- पिंजरे में फंसकर गुलदार वन विभाग की गोलियों से बचा
- दांत टूटने के बाद गुलदार ने इंसानों को शिकार बनाया
बिजनौर। वृद्धा को मारने वाले तेंदुआ डेढ़ साल में 23 लोगों को खा चुका है। अब वन विभाग ने शासन को पत्र लिखकर गुलदार को नरभक्षी घोषित कर दिया है। तेंदुआ पिछले डेढ़ साल से जानवरों का शिकार नहीं कर रहा था। वह इंसानों को ही अपना भोजन बना रहा था।
डेढ़ साल में ली 23 लोगों की जान
तेंदुआ पिछले डेढ़ साल से काफी हिसंक हो गया था। उसने इंसानों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया था। वह 23 लोगों को मारकर खा चुका था। इनमें तीन लोग कोतवाली देहात क्षेत्र के थे। उसने आखिरी बार एक वृद्धा ब्रह्मपाल का शिकार किया था। उसके बाद वन विभाग ने उसको नरभक्षी घोषित किया है।
पिंजरे में कैद हुआ गुलदार
शासन से आदेश आया था कि तेंदुआ को खत्म कर दिया जाए, क्योंकि वह इंसानों का शिकार कर रहा था। इस बीच वन विभाग ने उसको पकड़ने के लिए पिंजरे का जाल भी बिछा रखा था। तेंदुआ की किस्मत अच्छी थी कि वह इसमें फंस गया, जिससे वह वन विभाग की गोलियों से बच गया।
आगे के दांत टूटने के बाद बना नरभक्षी
आपको बता दें कि तेंदुआ डेढ़ साल पहले तक जानवरों का ही शिकार किया करता था, लेकिन फिर एक झगड़े में उसके आगे के दो दांत टूट गए थे। वह जानवरों पर का शिकार नहीं कर पा रहा था, इसलिए उसने आसान शिकार करना शुरू कर दिया। उसने इंसानों को मारकर उनको अपना भोजन बनाया।