उदयपुर
राजस्थान के उदयपुर के स्कूल में चाकूबाजी की घटना के बाद आरोपी छात्र के अवैध घर पर नगर निगम ने बुलडोजर चला दिया है। इससे पहले घर को खाली कराया गया और घर का बिजली कनेक्शन भी काट दिया गया। यह कार्रवाई वन विभाग के उस नोटिस पर की गई है जिसमें दावा किया गया है कि आरोपी का मकान वन विभाग की जमीन पर बना हुआ है। वन विभाग की ओर से आरोपी को अतिक्रमण हटाने की वॉर्निंग दी गई थी।
वन विभाग की टीम आरोपी छात्र के घर पहुंची। जहां अवैध निर्माण के चलते विभाग ने आरोपी छात्र के घर पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया है। गौरतलब है कि घटना की जांच करते वक्त पाया गया है कि आरोपी पक्ष का मकान वन विभाग की जमीन पर बना हुआ था। जिसकी जानकारी वन विभाग को दी गई। जिसके बाद विभाग की ओर से आरोपी के घर पर नोटिस चस्पा कर अतिक्रमण हटाने को कहा है।
बताया जाता है कि उदयपुर नगर निगम के अधिकारी शनिवार दोपहर ही अपनी पूरी टीम के साथ जेसीबी लेकर मौके पर पहुंच गए। सबसे पहले उन्होंने हमलावर छात्र के मकान का बिजली कनेक्शन काट दिया। इसके बाद कम से कम समय में मकान को खाली करवाया गया। अधिकारियों ने जैसे ही सुनिश्चित किया की मकान में कोई नहीं है, वैसे ही दो जेसीबी ने मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी। इस दौरान मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई और लोग इस नजारे को देखते रहे।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार सुबह सरकारी स्कूल में 10वीं कक्षा के दो छात्रों के बीच झगड़े के बाद एक ने दूसरे पर चाकू से वार कर दिया। जिसके चलते शहर में माहौल तनावपूर्ण हो गया। हिंसा भड़कने के बाद जिले में धारा 163 लागू कर दी गई। इंटरनेट बंद करने के अलावा 17 अगस्त 2024 से अगले आदेश तक कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी व निजी स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का ऐलान किया गया है।
एक दिन पहले उदयपुर में दो स्कूली छात्रों के बीच हुए विवाद में चाकू बाजी की घटना के बाद शिक्षा विभाग ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए आदेश जारी किया है जारी आदेशों में विद्यार्थियों द्वारा स्कूल में किसी भी प्रकार की नुकीली चीज चाकू, कैंची या अन्य धारदार हथियार जैसी लाने को लेकर प्रतिबंध लगाया है। वहीं संस्था प्रधान को इस आदेश को नोटिस बोर्ड पर चस्पा करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा स्कूल के शिक्षकों को नियमित रूप से रेंडम तरीके से विद्यार्थियों के बैग और अन्य सामान की जांच करने के भी निर्देश दिए हैं।