नई दिल्ली
लोकसभा में आज (सोमवार को) बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इस समय देश में डर का माहौल है और हर कोई डरा हुआ है। उन्होंने किसानों और पेपर लीक मुद्दे के अलावा 'देश में फैले डर', बजट और टैक्स से जुड़े मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरा। उन्होंने अभिमन्यू का जिक्र कर आज के सियासी चक्रव्यूह पर बात की और कहा कि आज के दौर में पद्मव्यूह की रचना की गई है और प्रधानमंत्री जी उसी व्यूह के तहत किसानों, युवाओं, महिलाओं को डरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाभारत के चक्रव्यूह में छह लोगों ने अभिमन्यू को घेर कर मारा था, उसी तरह आज पद्मव्यूह में छह लोग शामिल हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि इन छह लोगों में प्रधानमंत्री मोदी जी, अमित शाह जी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जी, अजित डोवाल जी और अदानी अंबानी शामिल हैं। इस पर सदन में हंगामा होने लगा और स्पीकर ओम बिरला ने सदन की मर्यादा की दुहाई देते हुए राहुल गांधी को नसीहत दी कि उन लोगों का नाम सदन में न लें जो सदन के सदस्य नहीं हैं। राहुल गांधी अपने भाषण के दौरान कई बार लोकसभा स्पीकर से भिड़े। स्पीकर बार-बार उन्हें बजट पर बोलने के लिए कहते रहे लेकिन राहुल गांधी किसानों से लेकर अग्निवीर तक की बात उठाते रहे। राहुल गांधी ने दावा किया, ‘‘21वीं सदी में एक और चक्रव्यूह तैयार किया गया है… जो अभिमन्यु के साथ हुआ, वही हिंदुस्तान के साथ किया जा रहा है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अभिमन्यु को चक्रव्यूह में छह लोगों ने घेर कर मारा था। आज भी चक्रव्यूह रचने वाले छह लोग हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि जिस तरह से अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाया गया था उसी तरह हिंदुस्तान को फंसा दिया गया है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘सेना के जवानों को अग्निपथ के चक्रव्यूह में फंसाया गया। बजट में अग्निवीरों को पेंशन के लिए रुपया नहीं दिया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अन्नदाता ने आपके चक्रव्यूह से निकलने के लिए आपसे सिर्फ एक चीज मांगी है कि एमएसपी की कानूनी गारंटी दे दीजिए, लेकिन नहीं दिया गया।’’
राहुल गांधी ने संसद में किसानों के प्रवेश को लेकर हुए विवाद की भी चर्चा की इस पर स्पीकर ने कहा कि यह स्पीकर का विवेकाधिकार है कि किसे संसद के अंदर आने देना है और किसे नहीं। इसके बाद भी दोनों नेताओं के बीच रह रहकर तकरार होती रही। बीच में जब कांग्रेस के सांसद ने कुछ कहा तो उस पर भी स्पीकर भड़क गए। उन्होंने उन्हें आगाह किया। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार के चक्रव्यूह में फंसे किसानों को निकालने के लिए सरकार ने कोई उपाय नहीं किया लेकिन हम उन्हें MSP देकर इस चक्रव्यूह से बाहर निकालेंगे।
संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू ने भी मामले में दखल देते हुए राहुल गांधी पर आपत्ति जताई और कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने सदन की गरिमा गिराई है। उन्हें सदन की कार्यवाही का नियम मालूम नहीं है। इस दौरान स्पीकर बिरला बार-बार कांग्रेस के सांसदों को चेतावनी देते नजर आए। जब राहुल ने कहा कि मेरे भाषण के दौरान प्रधानमंत्री कभी नहीं आएंगे, तो इस पर भी स्पीकर ने आपत्ति जताई। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने जो चक्रव्यूह बनाया है, उससे करोड़ों लोगों को नुकसान हो रहा है और हम इस चक्रव्यूह को तोड़ने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए सबसे बड़ा काम, जिससे आप लोग डरते हैं, वह है जाति जनगणना, वह हम कराएंगे।
राहुल ने कहा कि जैसे हम लीगल MSP इस सदन से पास कराएंगे वैसे ही जाति जनगणना का बिल पास करेंगे। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि महोदय आपने मीडिया वालों को पिंजरे में कैद कर लिया है, प्लीज उन्हें निकाल दीजिए। इस पर फिर स्पीकर ओम बिरला भड़क गए और सदन में शोर शराबा होने लगा।