उमरिया,भास्कर हिंदी न्यूज़/ अभी तक लोग कलेक्ट्रेट सरकारी काम से जाते थे लेकिन अब अगर चाहें तो वे कलेक्ट्रेट में शॉपिंग भी कर सकते हैं। उन्हें यहां न सिर्फ फेलों की डलिया मिलेगी बल्कि लड्डू गोपाल की ड्रेस भी मिल जाएगी। इसके अलावा कढ़ाई-बुलाई वाली दूसरी जरूरी वस्तुएं भी वे यहां से ले सकते हैं। यह संभव हो पाएगा कलेक्ट्रेट में खोले गए कलात्मक वस्तुओं के स्टॉल की वजह से। कलात्मक वस्तुओं के इस स्टॉल का संचालन महिलाओं द्वारा किया जाएगा। महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाएगा।
एक लाख से शुरूआत
इस बारे में जानकारी देते हुए गजेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि आजीविका उत्पाद केंद्र एवं फोटोकापी सेंटर का संचालन खेर माता स्व सहायता समूह सेमरिया जनपद मानपुर द्वारा किया जाएगा। समूह की अध्यक्ष संध्या विश्वकर्मा ने बताया कि उन्होंने स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है। वर्ष 2020 में ब्लाक समन्वयक कैलाश वर्मा की प्रेरणा से समूह का गठन किया गया जिसमें 11 सदस्य है। सदस्यों द्वारा नियमित बैठक एवं बचत की जा रही है। समूह के कार्यो से प्रभावित होकर आजीविका मिशन के सहयोग से बैंक द्वारा एक लाख रूपये की सीसीएल लिमिट जारी की गई है। समूह की महिलाओं ने इस राशि का उपयोग करते हुए ड्रेस सिलाई, कलात्मक वस्तुएं , फूलो की डलिया, लड्डू गोपाल की ड्रेस, कढ़ाई, बुनाई का काम शुरू किया गया।
पांच से दस हजार की कमाईः अध्यक्ष संध्या विश्वकर्मा ने बताया कि इससे प्रत्येक सदस्य को माह में पांच से दस हजार रूपये की आय हो जाती है। स्व सहायता समूह से जुड़ने से महिलाएं सशक्त हुई है तथा स्वयं पहल कर आर्थिक गतिविधियों से जुड़ रहे है। उन्होंने बताया कि उनके पति जिला चिकित्सालय उमरिया में गार्ड का काम करते हैं। आय बढने के साथ ही हमने अपने बच्चों की पढ़ाई प्राईवेट स्कूल में करानें का निर्णय लिया है। इस अवसर पर आजीविका मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक नीरज परमार, जिला प्रबंधक कामना त्रिपाठी, माधुरी शुक्ला, संदीप दीक्षित सहित समूह की अन्य महिलाएं उपस्थित रहीं।