Corona virus updet:digi desk/BHN/ देश में इन दिनों कोरोना का संक्रमण फिर से फैलने लगा है। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा एक करोड़ 11 लाख को पार कर गया है। पिछले तीनों की तुलना में सोमवार को नए मामलों में कुछ कमी तो दिखी, फिर भी इनकी संख्या 15 हजार से ज्यादा ही रही। महाराष्ट्र के हालात डराने लगे हैं। केरल और अन्य चार राज्यों में भी मामले बढ़ रहे हैं। परंतु सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति महाराष्ट्र में है, जहां कई प्रमुख शहरों में लॉकडाउन और रात का कर्फ्यू लगाने जैसे सख्त कदम उठाने पड़े हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान देशभर में संक्रमण के 15,510 नए मामले मिले, 11,288 मरीज ठीक हुए और 106 लोगों की मौत हुई, इसमें महाराष्ट्र में 62, केरल में 15 और कर्नाटक एवं पंजाब में पांच-पांच मौतें शामिल हैं।
जबकि, महाराष्ट्र में 8,293, केरल में 3,254 और पंजाब में 579 नए मामले मिले हैं। इनको मिलाकर कुल संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ 11 लाख 12 हजार को पार कर गया है। इनमें से एक करोड़ सात लाख 86 हजार से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं और 1,57,157 लोगों की अब तक जान भी जा चुकी है। मरीजों के उबरने में लगातार गिरावट आ रही है यह 97.07 फीसद पर आ गई है। जबकि मृत्युदर 1.41 फीसद है। मंत्रालय के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से नए मामलों की तुलना में कम मरीज ठीक हो रहे हैं, जिसके चलते सक्रिय मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। वर्तमान में सक्रिय मामलों का आंकड़ा 1,68,627 पर पहुंच गया है, जो कुल संक्रमितों का 1.52 फीसद है। महाराष्ट्र और केरल के साथ ही पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में सबसे ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। 15,510 नए मामलों में से 87.25 फीसद मामले इन्हीं छह राज्यों में सामने आए हैं। इसमें अकेले महाराष्ट्र में 46.39 फीसद और केरल में 29.49 फीसद नए मामले हैं।
हालांकि, अच्छी बात यह है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश समेत 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना महामारी की वजह से किसी व्यक्ति की जान नहीं गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक सिर्फ दो राज्यों महाराष्ट्र और केरल में 10 हजार से ज्यादा सक्रिय मामले हैं। 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सक्रिय मामलों की संख्या एक हजार से ज्यादा है, जबकि 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक हजार से 10 हजार के बीच सक्रिय मामले हैं।