Madhya pradesh dhar dhar bhojshala asi survey hindu or muslim whose bhojshala will it be survey work completed: digi desk/BHN/ धार/ धार की ऐतिहासिक भोजशाला में हिंदू-मुस्लिम पक्ष के दावों और अधिकारों की लड़ाई को लेकर हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की सर्वे की मांग को लेकर इंदौर हाईकोर्ट में पिटीशन के बाद 22 मार्च से शुरू हुए एएसआई सर्वे में अब तक भोजशाला से कई अवशेष मिले हैं। इसमें हिंदू पक्षकारों के दावों के अनुसार, माता वाग्देवी, भगवान गणेश, भगवान श्री कृष्ण, भगवान विष्णु, भगवान ब्रह्मा, हनुमान सहित भैरवनाथ और अन्य देवताओं की प्रतिमाओं के साथ-साथ कई अवशेष मिल चुके हैं। इससे पता चलता है कि प्राचीन भोजशाला हिंदू धर्म की अंश है।
वहीं, मुस्लिम पक्ष भी लगातार अपने दावे करते हुए हिंदू पक्षकारों के दावों का खंडन करता रहा और एएसआई सर्वे पर सवाल भी खड़े करता रहा। ऐसे में सर्वे के विधिवत समापन के 98वें दिन भी गुरुवार को हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने बताया, सुबह से शुरू हुआ सर्वे शाम छह बजे तक चला। इसमें आज जो अवशेष मिले हैं, जिसमे विगत दिवस जो माता प्रतिमा के अवशेष मिले थे। आज उसके शेष भाग गर्दन का हिस्सा सहित छह अन्य अवशेष प्राप्त हुए हैं। इनमें स्तंभ, आड़े बीम आदि हैं।
विगत दिवस ब्रह्मा की प्रतिमा प्राप्त हुई थी। उसके चार दिन पहले भगवान विष्णु की प्रतिमा प्राप्त हुई थी। इनका रिट्रीट किया गया है। 22 मार्च से हाईकोर्ट के आदेश पर जो सर्वे का काम शुरू किया गया था, आज छह बजे विधिवत समापन हुआ। बाकी का जो काम रिट्रीट व मेंटेनेंस का है चलता रहेगा। हाईकोर्ट में दो जुलाई को जो कागज पेश करना है, उसका काम चलेगा। शुक्रवार को नमाज और मंगलवार को सत्याग्रह जारी रहेगा। पर्यटकों के लिए पुराने आदेश अनुसार, प्रतिबंध जारी रहेगा। वहीं, पूर्व दिशा में सर्वे की मांग के सवाल पर गोपाल शर्मा ने कहा कि हमने मांग की है। कोर्ट में आवेदन देंगे। आज से विधिवत सर्वे समाप्त हो गया है।
वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समडी ने कहा कि सर्वे के अंतिम दिन टीम द्वारा जो काम बाकी था फास्ट किया गया, जो काम रह गया है सर्वे के अनुसार लास्ट दिन था कंजर्वेशन का काम बाउंड्री वालों का काम था, वह जारी रहेगा। लेवलिंग का काम जारी रहेगा पर जो एक्जीवेशन का काम खुदाई का है, स्वरूप बिगड़ने वाला वह आज से बंद हो गया है। सर्वे इन्वेस्टीगेशन पूरा हुआ। आगामी तीन-चार दिनों में रिपोर्ट सबमिट करेंगे और नहीं कर पाए तो कोर्ट से रिपोर्ट पेश करने की मांग आगे बढ़ा सकते हैं।
आज जो काम चला, उसमें सात अवशेष मिले हैं। जो स्पष्ट नहीं दिख रहे। क्लीनिंग के बाद फोटो सबमिट करेंगे तो पता चल जाएगा कि किस तरह की आकृति है। जो 2003 के बाद सामग्री लाकर रखी है, हमारी आपत्ति थी कि सर्वे में शामिल न हो और उनका साल तारीख लिखी जाए। न कि जो सामने वालों की मंशा थी, वह सर्वे में आ जाए। 10 सितंबर 2023 का ताजा मामला है कि पीछे के रास्ते यहां मूर्ति लाकर रखी गई थी, जिसे प्रशासन द्वारा हटाया गया। कुछ लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई, सबके सामने है। हम लोगों की पिटीशन भी है, जिसमें अनलीगल गतिविधि पर रोक लगाने की मांग भी 2019 में की गई थी। उसी पिटीशन के तहत यह शामिल भी है।
साल 2022 की हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस शाखा ने जो पिटीशन लगाई थी। उसमें सर्वे की मांग थी, उसके तहत यह सर्वे हुआ। हमारा बड़ा सवाल है कि जो चीज बाद में हुई, जैसे हमारे अधीन जो कमरा था। उसका फर्ज कच्चा था। बाद में फर्श लगा तो जो चीज उसमें से निकली वह कहां से आई। किसने रखी, उसकी फोटो-वीडियो ग्राफी कोर्ट में पेश होगी और कोर्ट में चैलेंज होगा। हो सकता है, हमारी कुछ बातें यहां नहीं मानी कोर्ट में मनाना होगा।