केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्फूर्ति योजना क्लस्टर का चित्रकूट में किया शुभारंभ
राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख उत्कृष्ट कृषक सम्मान के तहत 34 कृषकों को किया गया सम्मानित
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज/भारत रत्न नानाजी देशमुख और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों पर आत्मनिर्भर भारत की जो संकल्पना है, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एक मिशन के रूप में पूरे जोर-शोर से लगे हुए हैं। उसी के अंतर्गत खादी ग्रामोद्योग आयोग के माध्यम से इस स्फूर्ति परियोजना के तहत ग्रामीण भारत में बेरोजगारी को दूर करने के लिए 5 हजार क्लस्टर के माध्यम से 25 लाख लोगों को रोजगार से जोड़ने की पहल की जा रही है। क्योंकि गांव के लोग खेती और छोटे-छोटे पारंपरिक कुटीर उद्योगों पर निर्भर रहते हैं। इसके लिए सरकार की पारंपरिक उद्योगों को पुनर्जीवित और विकसित करने के लिए स्फूर्ति योजना कारगर साबित होगी। उपरोक्त बातें भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री नितिन गडकरी ने वर्चुअली रूप में स्फूर्ति योजना के शुभारंभ अवसर पर कहीं।
केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने वर्चुअली संबोधन में कहा कि दीनदयाल शोध संस्थान के द्वारा स्फूर्ति परियोजना के अंतर्गत विशेष रूप से एक हर्बल क्लस्टर का शुभारंभ हो रहा है। इस क्लस्टर के माध्यम से 500 स्थानीय ग्राम वासियों को रोजगार मिल सकेगा। अभी तक देशभर के विभिन्न हिस्सों में 50 क्लस्टर के माध्यम से 44 हजार आर्टिजन को काम मिला है। श्रद्धेय नाना जी, पंडित दीनदयाल जी और महात्मा गांधी जी का ग्राम विकास का जो सपना है उसे पूरा करने के लिए देश के प्रत्येक गांव में 2 उद्योगों की स्थापना करना होगा।
भारतरत्न नानाजी देशमुख की 11 वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में चित्रकूट में दीनदयाल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि श्रद्धेय नानाजी ने दूसरों के लिये त्याग और तपस्या का कार्य किया। तभी वे राष्ट्रऋषि कहलायें। उन्होने गरीब, वनवासी, साधु-संतो के लिये तपस्या की। भारत में अपनी इस संस्कृति को आगे बढ़ाने और नानाजी के विचारों को आत्मसात कर जीवन में आगे बढ़ें। यही नानाजी के प्रति सच्ची श्रृद्धाजंलि होगी।
केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि ग्रामोदय और समाज के अंतिम छोर पर खड़े लोगो के उद्धार और नौजवानों को रोजगार देने के प्रयास केन्द्र और राज्य सरकारें कर रही हैं। आत्मनिर्भर भारत के रूप में कोविड-19 के संकट से उबारकर आमजन को जोड़ा गया है। राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने कहा कि नानाजी एक संपूर्ण व्यक्तित्व और कृतित्व के प्रतीक हैं। जिन्होने भगवान के राम के बाद चित्रकूट को पूरे भारत से जोड़ दिया है। ग्रामोदय और अत्योंदय के विचार से भारत को वैभवशाली बनाने की संकल्पना नानाजी की रही है। उनके आदर्शों और विचारों से आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की स्फूर्ति योजना अंतर्गत मल्टी हर्बल प्रोडक्ट एवं हेल्थ केयर क्लस्टर के शुभारंभ अवसर एवं नानाजी को श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भारत सरकार के इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर,कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल, खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, उत्तरप्रदेश सरकार के समाज कल्याण एवं अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री राम खेलावन पटेल, पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रभात झा, सांसद सतना गणेश सिंह, बांदा-चित्रकूट सांसद आर के पटेल, विधायक चुरहट शरदेंदु तिवारी, पूर्व मंत्री मध्यप्रदेश राजेंद्र शुक्ला, सेमरिया विधायक के पी त्रिपाठी एवं दीनदयाल शोध संस्थान के अध्यक्ष वीरेन्द्रजीत सिंह एवं दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव श्री अतुल जैन व उपाध्यक्ष उत्तम बनर्जी प्रमुख रूप से मंचासीन रहे।
इनके अलावा कुलपतियों में महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरेश चंद्र गौतम, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति प्रोफेसर कपिल देव मिश्र, जगदगुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय चित्रकूट के कुलपति प्रोफेसर योगेश चंद्र दुबे, बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बांदा के कुलपति डॉ यू एस गौतम, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के कुलपति डॉ राजकुमार आचार्य, नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति डॉ एस पी तिवारी, अटल बिहारी वाजपेई हिंदी विश्वविद्यालय बिलासपुर के कुलपति प्रोफेसर एडीएन वाजपेई, एकेएस विश्वविद्यालय सतना से अनंत सोनी, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर से डॉ प्रदीप कुमार बिसेन, मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर से डॉ टी एन दुबे, डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय लखनऊ से प्रोफेसर विनय पाठक मंचस्थ रहे।
समारोह में विभिन्न सहयोगी संस्थाओं के अंतर्गत आईसीएआर अटारी जबलपुर से डॉ.एस आर के सिंह, वेटरनरी काउंसिल आफ इंडिया से डॉ. मनोज गौतम, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग से उपेन्द्र जुगादे, नेशनल एकेडमी आॅफ साइंस इंडिया से डॉ. शिवेश प्रताप सिंह, सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट चित्रकूट से डॉ बी. के. जैन ने श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक मदन दास देवी ने अपने संदेश में कहा कि नाना जी ने समग्र ग्राम विकास का जो मॉडल खड़ा किया है उसको मूर्त रूप देने में लगे सभी कार्यकतार्ओं को शुभकामनाएं प्रेषित कीं। खादी ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन श्री विनय सक्सेना ने कहा कि केवीआइसी के माध्यम से जो क्लस्टर चित्रकूट में बनाया गया है वह आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा।
नानाजी देशमुख उत्कृष्ट कृषक सम्मान-2021
चित्रकूट एवं सतना जिले के प्रगतिशील कृषकों को कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से नानाजी देशमुख उत्कृष्ट कृषक सम्मान से नवाजा गया। जिसमें दोनों जिलों के ऐसे उन्नतशील कृषक जिन्होंने खेती को लाभ का धंधा बनाने, परंपरागत पोषकीय अनाज उत्पादन, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, पशु पालन, परंपरागत किस्मों का संरक्षण, कृषि ज्ञान दूत, जलवायु अनुकूल कृषि आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है, उन कृषकों को यह सम्मान मंचासीन मंत्रियों द्वारा दिया गया।
जिसमें सतना जिले के अंतर्गत प्रथम- शिव कुमार सिंह ग्राम देवीपुर (सोहावल), द्वितीय- तरुण सिंह ग्राम अमिलिया (मझगवां), तृतीय- सुखेंद्र सिंह गौड़ ग्राम भरगवां (मझगवां) को दिया गया। इनके अलावा 19 अन्य कृषकों को विशिष्ट सम्मान प्रदान किया गया।
कृषि विज्ञान केंद्र, गनीवां चित्रकूट के अंतर्गत प्रगतिशील कृषकों को प्रमाण पत्र एवं किट का वितरण किया गया। जिसमें उन्नतशील कृषकों को जैविक खेती एवं पशुपालन, समेकित खेती (कृषि विविधीकरण), मूल्य संवर्धन (प्रसंस्करण), संरक्षित खेती (उद्यानिकी) आदि क्षेत्रों के चयनित दो-दो कृषकों को सम्मानित किया गया। जिनमें ग्राम कल्ला के देवराज पटेल एवं भगवानदीन को सब्जी उत्पादन के लिए एवं ग्राम आनंदपुर के अवधेश पटेल को बीज उत्पादन तथा ग्राम डड़िया के रमेश पांडे को जैविक खेती के लिए एवं भंभई की राजा बेटी को पशुपालन एवं राम रुचि को जैविक खेती व अंतिम कुमार को बीज उत्पादन के लिए एवं सेमरिया के श्रीधर त्रिपाठी को जैविक खेती और कंधवनिया के पुष्पराज को पशुपालन के साथ जैविक खेती व लव कुश साहू तौरा को समन्वित खेती मॉडल के लिए डीबीटी बायोटेक किसान हब परियोजना अंतर्गत उत्कृष्ट कृषक सम्मान के लिए चयनित किया गया। इन सभी कृषकों को मंच से पुरस्कृत किया गया।
राजा बाई देशमुख महिला स्वावलंबन सम्मान
श्रीमती राम बाई त्रिपाठी, ग्राम बारी अमराई, मझगवां को परंपरागत पोषकीय आहार ज्ञान के लिए एवं श्रीमती पार्वती विश्वकर्मा ग्राम चुआ, मझगवां को पोषकीय गृह वाटिका के लिए विशेष सम्मान प्रदान किया गया।