Congress G-23:digi desk/BHN/ कांग्रेस के असंतुष्ट नेता पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। दरअसल, शनिवार को जम्मू में कांग्रेस के 23 असंतुष्ट नेता एक मंच पर जुटे हैं। इन असंतुष्ट नेताओं को G-23 का जा रहा है। कार्यक्रम गांधी ग्लोबल फैमिली द्वारा आयोजित किया गया है और अगुवाई कर रहे हैं गुलाम नबी आजाद। माना जा रहा है कि ये नेता मिलकर कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के खिलाफ कोई ऐलान कर सकते हैं। गुलाम नबी आजाद के साथ भूपेंद्र हुड्डा, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, राजबब्बर, मनीष तिवारी, विवेक तनखा इस शांति सम्मेलन में पहुंचे हैं। शांति सम्मेलन के बहाने यह शीर्ष नेता एकजुटता दिखाकर पार्टी हाईकमान को स्पष्ट संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस के कुछ सांसद भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। गुलाम नबी आजाद ने वहां मौजूद लोगों से इनका परिचय करवाया। रैली में भारी जन सैलाव उमड़ा है। इस दौरान राज बब्बर ने कहा कि हम G-23 ही गांधी की असली कांग्रेस हैं।
इस दौरान आजाद ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, पिछले पांच से छह सालों में मैंने तथा मेरे साथियों ने जम्मू-कश्मीर के मुद्दों पर संसद में काफी कुछ कहा है। जम्मू-कश्मीर में कई मुद्दे हैं जिन पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया है। चाहे जम्मू-कश्मीर हो या लद्दाख, हम सभी धर्मों, जातियों और लोगों का सम्मान करते हैं। हम बराबरी से हर किसी को सम्मान देते हैं और यही हमारी ताकत है। हम आगे भी इसी तरह से करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से 2019 में राज्य का दर्जा छीनकर यहां के लोगों के साथ सही नहीं किया है। जम्मू-कश्मीर का एक अपना इतिहास है और इस राज्य की अपनी अलग पहचान थी।
गांधी ग्लोबल फैमिली एक गैर सरकारी संगठन है और गुलाम नबी आजाद इसके मुखिया हैं। असंतुष्ट नेताओं का यह धड़ा खासतौर पर राहुल गांधी से खफा है। हाल ही में राहुल गांधी ने ‘उत्तर-दक्षिण’ वाला बयान दिया था, इस पर इन नेताओं ने नाराजगी जाहिर की थी।
बता दें, हाल ही में जब गुलाम नबी आजाद का राज्यसभा में कार्यकाल समाप्त हुआ तो उनकी विदाई में पीएम मोदी ने कई बातें कही थीं और पीएम इस दौरान संसद में भावुक भी हो गए थे। जवाब में गुलाम नबी आजाद भी अपने आंसू नहीं रोक पाए थे।