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डीमार्ट और आईपरमार्ट के आउटलेट पर हजारो लीटर नकली घी और तेल मिला

जयपुर
अगर आप डीमार्ट और आईपरमार्ट जैसी नामी रिटेल कंपनियों के आउटलेट में शॉपिंग कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए। इन ब्रांडेड रिटेल कंपनियों के आउटलेट में भी शुद्ध और असली माल मिलने की गारंटी नहीं है। जयपुर स्थित स्थित डी-मार्ट और आईपरमार्ट के आउटलेट्स पर भारी मात्रा में नकली घी और तेल मिला है। खाद्य विभाग की टीम पिछले दो दिन से डीमार्ट और आईपरमार्ट के आउटलेट पर कार्रवाई कर रही है। सरस घी एक सरकारी ब्रांड है लेकिन इसी ब्रांड का नकली घी डीमार्ट आउटलेट पर बेचा जा रहा था। डी-मार्ट के अलग अलग आउटलेट पर नकली सरस घी मिला।  सिरसी रोड स्थित आईपरमार्ट पर भी टैगोर ब्रांड का नकली घी मिला।

अनाधिकृत फर्म से माल सप्लाई होता है डीमार्ट में

जयपुर शहर के अलग अलग इलाकों में डी-मार्ट के आधा दर्जन से ज्यादा आउटलेट हैं। इन आउटलेट्स पर अनाधिकृत फर्म से सरस ब्रांड का घी सप्लाई होता था। आरसीडीएफ की सीएमडी सुषमा अरोड़ा ने बताया कि डीमार्ट को कूकरखेड़ा के गोदारा मार्केट में स्थित खंडेलवाल एंड कंपनी सरस घी सप्लाई होता है। इस फर्म का संचालक आशीष खंडेलवाल कूकरखेड़ा मंडी के अनुज ट्रेनिंग कंपनी से घी खरीद कर डी-मार्ट में सप्लाई करता था। ये दोनों ही फर्म सरस डेयरी के अधिकृत डिस्ट्रीब्यूटर नहीं है। खाद्य विभाग की कार्रवाई के बाद दोनों फर्मों को सीज कर दिया गया है। विभाग की ओर से दोनों फर्मों के संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दोनों फर्मों के मालिक फरार हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ये दोनों फर्म नकली घी कहां कहां सप्लाई करते थे।

46 हजार लीटर नकली तेल का स्टॉक

नकली तेल की शिकायत मिलने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है। अतिरिक्त खाद्य आयुक्त पंकज ओझा का कहना है कि अब तक 46 हजार लीटर नकली तेल सीज किया जा चुका है। यह तेल टैगोर ब्रांड का है जो एक नामी कंपनी है। मिलावटखोरी करने वाले माफियाओं ने नकली प्रोडक्ट निकाल कर मार्केट में सप्लाई कर दिया। सरकारी ब्रांड के नाम से बेचा जाने वाला नकली सरस घी और प्रो वैदिक कंपनी का नकली घी भी सीज किया गया है। ओझा ने बताया कि अब तक नकली घी तेल की शिकायतें परचून की छोटे दुकानदारों के खिलाफ आती थी। अब नामी कंपनियों के सुपरमार्केट में भी नकली प्रोडक्ट मिलने लगा है। यह हैरान करने वाला मामला है। विभाग बड़ी गंभीरता से कार्रवाई कर रहा है।

प्रदेश के सरस घी उपभोक्ता अब नकली और असली सरस घी की पहचान क्यूआर कोड से कर सकेंगे। सरस घी के एक लीटर और आधा लीटर की पैकिंग पर द्वि-स्तरीय सत्यापन वाला क्यूआर कोड जारी किया। घी के पैकेट पर सरस के लोगो वाला होलोग्राम होगा, जिसे स्क्रैच करने पर क्यूआर उभरेगा।

सरस के असली ब्रांड को ऐसे पहचाने

आरसीडीएफ की सीएमडी सुषमा अरोड़ा ने बताया कि सरस घी के उपभोक्ता असली और नकली की पहचान आसानी से कर सकते हैं। हाल ही में आरसीडीएफ की ओर से क्यूआर कोड जारी किए हैं। इन क्यूआर कोड को स्कैन करने पर पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। जयपुर डेयरी की ओर से आधा लीटर, एक लीटर से लेकर ऊपरी मात्रा के सभी प्रोडक्ट का अलग अलग सीरीज से कोड जारी किए गए हैं। हर पेकिंग का अलग यूनिट कोड औ बैच नंबर है। एमआरपी, मैनुफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट सहित तमाम जानकारी क्यूआर कोड स्कैन करके ली जा सकती है।

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