Female Atrocities:digi desk/BHN/ विधानसभा में भाजपा विधायकों ने स्थगन के माध्यम से महिला अत्याचार का मुद्दा उठाकर चर्चा कराने की मांग की। विपक्षी सदस्यों ने कहा कि प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रहीं हैं। लगातार अनाचार की घटनाएं हो रही हैं।
विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के साथ लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं। इसे देखते हुए सदन का काम रोककर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराया जाना चाहिए। संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि मंगलवार को विपक्ष ने प्रदेश में घटित हो रहे अपराध का मुद्दा उठाया था। इस पर स्थगन प्रस्ताव लाया गया था।स्थगन की ग्राह्यता पर विपक्ष ने अपनी बात रखी थी। ऐसे में इस विषय पर दोबारा चर्चा नहीं कराया जाना चाहिए।
विधायक रंजना साहू ने कहा कि महिलाओं पर अपराध हो रहा है। मुख्यमंत्री का बयान नहीं आता है। मंत्री छोटी घटना कहते हैं। ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री की मौन सहमति है। इस पर सत्ता पक्ष ने आपत्ति दर्ज कराई और विलोपित करने की मांग की।
रमन सिंह ने कहा कि दुराचार के मामले में एफआइआर दर्ज नहीं की जा रही है। महिलाओं में असुरक्षा का भाव है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद कोई दिन नहीं है, जिसमें महिलाओं पर अत्याचार न हुआ हो।
बेचारे गृह मंत्री क्या करें, वह तो लाचार हैं। अफसरों का ट्रांसफर होने के बाद हम लोगों की तरह अखबार से पता चलता है। सभापति ने स्थगत को अग्राह्य कर दिया। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही को पांच मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।