Friday , November 1 2024
Breaking News

‘मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना’ से आत्मनिर्भर बनी नीलम दाहिया

‘खुशियों की दास्तां’

सतना,भास्कर हिंदी न्यूज/ प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना छोटे-छोटे फुटकर विक्रेताओं के लिये रोजी-रोटी कमाने तथा परिवार आर्थिक स्थिति सुधारने में सहायक सिद्ध हो रही है। जनपद पंचायत सोहावल अंतर्गत ग्राम पंचायत बठियाकला निवासी नीलम दाहिया योजना से लाभान्वित ऐसे ही हितग्राहियों में शामिल है। मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना अंतर्गत 10 हजार रुपए की ब्याज मुक्त ऋण राशि पाकर नीलम दाहिया बेहद खुश और उत्साहित हुईं।

नीलम ने बताया कि उनके पति मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते है। उन्होने गांव में ही छोटी सी विषादखाना की दुकान खोलकर घर खर्च में पति का हांथ बटाना शुरू किया। पूंजी कम होने की वजह से नीलम को व्यवसाय में पर्याप्त आय नही हो रही थी। तब नीलम को मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन तथा स्व-सहायता समूह के माध्यम से संचालित होने वाली प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी मिली। नीलम ने स्व-सहायता समूह से जुड़कर अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिये मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना अंतर्गत ब्याज मुक्त ऋण के लिये आवेदन किया। नीलम को बिना किसी परेशानी के बैंक के माध्यम से 10 हजार रुपए की ऋण राशि प्राप्त हुई। इस राशि से किराना का और भी सामान लाकर रखेंगी और अच्छे से दुकान चलायेंगी।

नीलम का कहना है कि तमाम तरह के जतन करने के बाद भी आर्थिक तंगी की वजह से परिवार का भरण-पोषण तथा घर खर्च चलाने में बेहद परेशानी होती थी। प्रदेश सरकार की योजना की मदद से मिली इस राशि का उपयोग वे अपने व्यवसाय को बढ़ाने में करेंगी। नीलम ने बताया कि व्यवसाय के जरिये आमदनी बढ़ने से परिवार का भरण-पोषण अच्छे तरीके से करने के साथ ही अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी ठीक ढंग से करा सकेंगी। नीलम दाहिया की मंशा है कि दस महीनों में इस ऋण को चुकता कर पुन: 20 हजार रुपए के ब्याज मुक्त ऋण लेकर अपनी दुकान को और भी आगे बढ़ायेगी।

About rishi pandit

Check Also

Yuvraj Singh का 2007 वर्ल्ड कप को लेकर बड़ा खुलासा, MS Dhoni ने एक सपने को तोड़ा

Yuvraj singh big disclosure about 2007 world cup: digi desk/BHN/ भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *