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भारत का सेवा निर्यात 2023 में 11.4 प्रतिशत बढ़ा:यूएनसीटीएडी रिपोर्ट

भारत का सेवा निर्यात 2023 में 11.4 प्रतिशत बढ़ा:यूएनसीटीएडी रिपोर्ट

नेस्ले इंडिया का चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 27 प्रतिशत बढ़कर 934 करोड़ रुपये

एफएसएसएआई नेस्ले के शिशु आहार सेरेलैक के नमूने एकत्र कर रहा है: सीईओ

नई दिल्ली
 वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत का सेवा निर्यात 2023 में 11.4 प्रतिशत बढ़कर 345 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जबकि चीन का निर्यात 10.1 प्रतिशत घटकर 381 अरब अमेरिकी डॉलर रहा।

यूएनसीटीएडी की एक रिपोर्ट के अनुसार,भारत की सेवा निर्यात वृद्धि में योगदान देने वाले क्षेत्रों में यात्रा, परिवहन, चिकित्सकीय और आतिथ्य शामिल हैं।

यूएनसीटीएडी त्रैमासिक बुलेटिन में कहा गया, मौजूदा डॉलर मूल्य के संदर्भ में 8.9 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ वैश्विक सेवा निर्यात 2023 में 7900 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर गया।

इसमें कहा गया कि विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में प्रमुख निर्यातकों में भारत, चीन, सिंगापुर, तुर्किये, थाईलैंड, मैक्सिको और सऊदी अरब शामिल हैं।

हालांकि, भारत का सेवा आयात पिछले साल 0.4 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 248 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया।

भारत के सेवा निर्यात पर टिप्पणी करते हुए एक उद्योग विशेषज्ञ ने कहा कि आईटी तथा आईटी-सक्षम सेवाओं और यात्रा का निर्यात मजबूत हो रहा है।

नेस्ले इंडिया का चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 27 प्रतिशत बढ़कर 934 करोड़ रुपये

नई दिल्ली
 दैनिक उपयोग की घरेलू वस्तुएं (एफएमसीजी) बनाने वाली कंपनी नेस्ले इंडिया का चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में शुद्ध लाभ 27 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 934 करोड़ रुपये रहा।

कंपनी का वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में शुद्ध मुनाफा 737 करोड़ रुपये रहा था।

समीक्षाधीन अवधि में परिचालन आय बढ़कर 5,267 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में 4,830 करोड़ रुपये थी।

एफएसएसएआई नेस्ले के शिशु आहार सेरेलैक के नमूने एकत्र कर रहा है: सीईओ

नई दिल्ली
 खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई ने कहा कि वह नेस्ले के शिशु आहार सेरेलैक के पूरे भारत से नमूने एकत्र कर रहा है।

हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कंपनी उत्पाद में अधिक चीनी डाल रही है।

भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जी. कमला वर्धन राव ने खाद्य सुदृढ़ीकरण पर एसोचैम के एक कार्यक्रम के मौके पर ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में कहा, ‘‘हम देश भर से (नेस्ले के सेरेलैक शिशु आहार के) नमूने एकत्र कर रहे हैं। प्रक्रिया पूरी होने में 15-20 दिन लगेंगे।’’

भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन एक वैधानिक निकाय है।

स्विट्जरलैंड के गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ‘पब्लिक आई और इंटरनेशनल बेबी फूड एक्शन नेटवर्क’ (आईबीएफएएन) ने हाल ही में अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया कि नेस्ले ने यूरोप के अपने बाजारों की तुलना में भारत सहित कम विकसित दक्षिण एशियाई देशों, अफ्रीकी तथा लैटिन अमेरिकी देशों में अधिक चीनी वाले शिशु उत्पाद बेचे।

रिपोर्ट तैयार करने के लिए विभिन्न देशों में बेचे जाने वाले करीब 150 विभिन्न शिशु उत्पादों का अध्ययन किया गया।

रिपोर्ट के अनुसार, छह महीने के बच्चों के लिए नेस्ले का गेहूं आधारित उत्पाद ‘सेरेलैक’ ब्रिटेन तथा जर्मनी में बिना किसी अतिरिक्त चीनी के बेचा जाता है, लेकिन भारत से विश्लेषण किए गए 15 सेरेलैक उत्पादों में एक बार के खाने में औसतन 2.7 ग्राम चीनी थी।

हालांकि, नेस्ले इंडिया ने दावा किया कि उसने पिछले पांच वर्षों में भारत में शिशु आहार उत्पादों में चीनी में 30 प्रतिशत तक की कमी की है।

इससे पहले, एसोचैम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एफएसएसएआई के सीईओ ने मानव स्वास्थ्य के लिए खाद्य सुदृढ़ीकरण के महत्व पर प्रकाश डाला और आहार में मोटा अनाज आदि शामिल करने का आह्वान किया।

सीईओ ने इस अवसर पर एसोचैम की रिपोर्ट ‘फोर्टिफाइंग इंडियाज फ्यूचर: सिग्नेचर ऑफ फूड फोर्टिफिकेशन एंड न्यूट्रिशन’ का भी अनावरण किया।

 

 

 

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