2. पहली बार केंद्रशासित लद्दाख की झांकी

पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख की झांकी नजर आएगी। झांकी में लद्दाख की कला, वास्तुकला, भाषा व बोलियां, रीति रिवाज, परिधान, साहित्य और विरायत को दर्शाया जाएगा। झांकी के अगले हिस्से में बुद्ध की 49 फीट की प्रतिमा होगी और पिछला हिस्सा थिकसे मठ को दर्शाएगा। लद्दाख की झांकी कलाकार वीर मुंशी ने तैयार की है।

इस साल गणतंत्र दिवस में पहली बार बांग्लादेश सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी भाग लेने वाली है। जिसमें 122 सैनिक होंगे। इससे पहले फ्रांस 2016 और यूएई 2017 के सैनिकों ने परेड में भाग लिया है।

4. कोरोना के कारण नहीं आएंगे विदेश मेहमान

वहीं इस साल कोरोना महामारी के कारण कोई विदेशी मेहमान गणतंत्र दिवस में नहीं आ रहे हैं। पहले ब्रिटेन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आने वाले थे, लेकिन उन्होंने यात्रा को रद्द कर दिया। बता दें जॉनसन कोविड-19 पॉजिटिव भी हो गए थे।

5. दर्शकों की संख्या में कटौती

इस बार गणतंत्र दिवस में दर्शकों में भी कटौती की गई है। केवल 25 हजार लोगों को ही आने की अनुमति है। पिछले साल एक लाख 50 हजार दर्शक थे। 15 साल के कम आयु के बच्चों को प्रवेश नहीं मिलेगा। परेड इंडिया गेट के सी-हेक्सागॉन में स्टेडियम तक जाएगी। जबकि झांकी ही लाल किले तक जाएगी।