joe biden kamla harris oath ceremony:digi desk/BHN/ वॉशिंगटन। अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में आज (बुधवार) जो बाइडेन शपथ लेंगे। उनकी सुरक्षा के लिए 25 हजार से ज्यादा सैनिकों की तैनाती की गई है। बाइडेन के साथ भारतवंशी कमला हैरिस यूएस की पहली महिला उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगी। 13 महिलाओं समेत 20 भारतीयों को बाइडेन ने अपनी टीम का हिस्सा बनाया है। इस बार कार्यक्रम में आम नागरिकों का नहीं बुलाया गया है। उनकी जगह दो लाख झंडे लगाए गए हैं। इस बार बाहर से भी किसी राष्ट्राध्यक्ष को न्योता नहीं दिया गया। मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स दोपहर 12 बजे (भारतीय समयानुसार रात 10:30 बजे) कैपिटल के वेस्ट फ्रंट में बाइडेन को शपथ दिलाएंगे।
जो बाइडेन की टीम में रहेगा भारतीयों का दबदबा
जो बाइडने ने अपनी टीम में सबसे ज्यादा भरोसा भारतीयों पर दिखाया है। उनकी टीम में नीरा टंडन (डायरेक्टर ऑफ मैनेजमेंट बजट), डॉ विवेक मूर्ति (सर्जन जनरल), माला अडिगा (बाइडेन की पत्नी की नीति निदेशक), वनिता गुप्ता (एसोसिएट अटॉर्नी जनरल ऑफ जस्टिस), सबरीना सिंह (व्हाइट हाउस डिप्टी प्रेस सेकेट्री), उजरा जेया (अंडर सेक्रेट्री ऑफ स्टेट फॉर सिविलियन सिक्योरिटी, डेमोक्रेसी एंड जस्टिस), गरिमा वर्मा (डिजिटल निदेशक), आयशा शाह (वाइट हाउस डिजिटल रणनीति की पार्टनरशिप मैनेजर), समीरा फाजली (वाइट हाउस में राष्ट्रीय आर्थिक परिषद की उप निदेशक), तरुण छाबड़ा (सीनियर डायरेक्टर फॉर टेक्नोलॉजी एंड नेशनल सिक्योरिटी), सुमोना गुहा (सीनियर डायरेक्टर फॉर साउथ एशिया), शांति कलाथिल (कोऑर्डिनेटर फॉर डेमोक्रेसी एंड ह्यूमन राइट्स), नेहा गुप्ता (एसोसिएट काउंसिल), भारत राममूर्ति (वाइट हाउस में राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय में उप निदेशक), विनय रेड्डी (बाइडेन के स्पाचराइटिंग डायरेक्टर), वेदांत पटेल, सोनिया अग्रवाल और विदुर शर्मा।
ऐतिहासिक होगा शपथ समारोह
बाइडेन अपने परिवार की 127 साल पुरानी बाइबिल के साथ शपथ लेंगे। शपथ समारोह का ऐतिहासिक भाषण भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक विनय रेड्डी ने तैयार किया है। वहीं हमला हैरिस पहली महिला व पहली दक्षिण एशियाई राष्ट्रपति बनकर इतिहास रचने जा रही हैं। उन्हें न्यायमूर्ति सोनिया सोटोमेयर शपथ दिलाएंगी। हैरिस दो बाइबिल लेकर शपथ लेंगी। जिनमें एक उनके दोस्त रेगिना शेल्टन की और दूसरी अफ्रीका मूल के यूएस न्यायाधीश थुरगूड मार्शल की होगी।
जो बाइडेन के सामने है कई चुनौतियां
राष्ट्रपति बनते ही जो बाइडेन की राह आसान नहीं है। उनके सामने कई चुनौतियां खड़ी है। करीब ढाई करोड़ कोरोना मरीज और चार लाख ज्यादा मौतों के साथ महामारी उनके सामने है। वहीं 6 जनवरी को कैपिटल दंगे के बाद शपथ ग्रहण समारोह की सुरक्षा बड़ा मुद्दा है।
शपथग्रहण में शामिल नहीं होंगे डोनाल्ड ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। हालांकि उपराष्ट्रपति माइक पेंस समारोह में शामिल होंगे। अमेरिका के लोकतंत्र इतिहास में अबतक तीन राष्ट्रपति ही नए उत्तराधिकारी क इनॉगरेशन सेरेमनी में शामिल नहीं हुए। साल 1801 में जॉन एडम्स, 1829 में जॉन क्वींसी एडम्स और 1869 में एंड्रयू जॉनसन शामिल नहीं हुए थे।