दुमका.
झारखंड के दुमका में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई स्पेनिश महिला ने बताया कि आरोपियों ने पहले उसके पति को बंधक बनाया और फिर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस दौरान आरोपी उसके पति के साथ मारपीट करते रहे। पीड़िता ने आरोपियों पर उसके साथ भी मारपीट करने का आरोप लगाया। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़िता ने पुलिस में दर्ज एफआईआर में ये जानकारी दी है। पीड़िता ने एफआईआर में बताया कि शाम सात बजे उन्होंने कुछ आवाज सुनी। इस पर वे दोनों टेंट से बाहर आए तो वहां दो लोग बात कर रहे थे। थोड़ी देर में ही वहां सात लोग आ गए। पीड़िता के अनुसार, उन लोगों ने उसके पति से झगड़ा शुरू कर दिया और फिर टेंट में घुसकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी उनसे 300 डॉलर, 11 हजार रुपये और एक डायमंड रिंग आदि भी लूटकर ले गए। पीड़िता का कहना है कि आरोपियों में एक करीब 30 साल का और अन्य 20-22 साल के थे। पीड़िता ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि 'मुझे लगा था कि वे लोग मुझे मार डालेंगे, लेकिन भगवान की कृपा से मैं जीवित हूं।'
महिला आयोग ने घटना का लिया संज्ञान
घटना के बाद पीड़िता ने स्पेन में अपने दोस्तों को घटना की जानकारी दी और सोशल मीडिया पर भी पोस्ट साझा किया। पुलिस को जब घटना की जानकारी मिली तो मामला दर्ज हुआ। दुमका पुलिस ने रविवार शाम को बताया कि आरोपियों में से तीन को पकड़ लिया गया है और चार अभी भी फरार है। सामूहिक दुष्कर्म के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है और झारखंड में कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जताई है। महिला आयोग ने घटना को लेकर विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी ने रविवार को पीड़ित महिला से मुलाकात की और घटना की जानकारी ली। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से सबूत जुटाए।
पीड़िता ने बताया कि वह अपने पति के साथ बाइक पर दुनिया घूमने निकली है। वे दोनों अपनी मोटरबाइक पर कोलकाता से एक मार्च को नेपाल के लिए निकले थे। दुमका में कुरमाहाट के पास अंधेरा होने पर उन्होंने वहीं रुकने का फैसला किया। दोनों ने सड़क से एक किलोमीटर दूर टेंट लगाया, जहां महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई।