National: make in india boost defence export middle east north african countries show intrest in brahmos missile: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ भारत अपने रक्षा निर्यात को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है और अब इस लिहाज से बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल अरब देशों में भारत के कई मित्र देशों ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। साथ ही कई उत्तरी अफ्रीकी देश भी ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने पर विचार कर रहे हैं। भारत के पास सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की क्षमता मौजूद है, जो विभिन्न फाइटर जेट्स से 450 किलोमीटर दूरी के लक्ष्य भेद सकती है।
सुखोई-30 फाइटर जेट्स में लगाई जा सकती हैं ब्रह्मोस मिसाइल
भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि ‘मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के कुछ देशों की सेनाओं के पास सुखोई-30 फाइटर जेट्स हैं, जिन्हें ब्रह्मोस मिसाइल से लैस किया जा सकता है। इन देशों ने ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है और इसे लेकर बातचीत हो रही है।’ इन देशों के प्रतिनिधिमंडल ने ब्रह्मोस की टीमों से मुलाकात की है और वे मिसाइल की खासियत और इसकी क्षमताओं के बारे में जानकारी ले रहे हैं। ब्रह्मोस एयरोस्पेस को फिलीपींस से ऑर्डर मिल भी चुका है और निकट भविष्य में ब्रह्मोस फिलीपींस को मिसाइलों की डिलीवरी देना शुरू कर देगा।
रक्षा निर्यात और मेक इन इंडिया पर सरकार का फोकस
ब्रह्मोस के हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों के साथ ही जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलों को खरीदने पर भी कई देश विचार कर रहे हैं। ब्रह्मोस एयरोस्पेस के चेयरमैन अतुल डी राने ने कहा कि पीएम मोदी ने 2025 तक रक्षा निर्यात पांच अरब डॉलर करने का लक्ष्य तय किया है और हम इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। भारतीय नौसेना ने भी 19 हजार करोड़ रुपये का 200 से ज्यादा ब्रह्मोस मिसाइलों का ऑर्डर दिया है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस अब अन्य देशों से बड़े ऑर्डर प्राप्त करने पर फोकस कर रही है।