Karnal Mahapanchayat: digi desk/BHN/ केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। हरियाणा के करनाल में आयोजित इस किसान महापंचायत के बाद स्थानीय प्रशासन और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत विफल हो गई है। ताजा जानकारी के मुताबिक हजारों किसानों ने मिनी सचिवालय की घेराव कर रखा है। प्रशासन की ओर से उन्हें रोकने की कोशिश विफल रही। पुलिस ने हल्के बल का भी प्रयोग किया, लेकिन फिर भी किसान सचिवालय तक पहुंच गये। प्रशासन को आशंका थी कि किसानों की भीड़ में कुछ असामाजिक तत्व भी हो सकते हैं, जो उपद्रव कर सकते हैं।
इससे पहले रविवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भी किसान महापंचायत आयोजित की गई। अब मंगलवार को किसानों पर 28 अगस्त को हुए लाठीचार्ज के विरोध में महापंचायत बुलाई गई है। सरकार ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। करनाल में धारा 144 लगा दी गई है। साथ ही ट्रैफिक को भी डायवर्ट किया गया है। किसानों ने मिनी सचिवालय के घेराव का आह्वान किया था और इस टालने को लेकर प्रशासन के साथ हुई बातचीत बेनतीजा रही।
करनाल के एसपी गंगा राम पुनिया ने कहा है, हम चाहते हैं कि किसान महापंचायत शांति से हो और आपसी बातचीत से विवाद का समाधान हो। हमने कल इस मामले में किसान नेताओं से बात की थी। कानून व्यवस्था बिगड़ने पर पुलिस कार्रवाई करेगी। अधिकारियों के मुताबिक, जिला प्रशासन ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की है, जिसमें पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सरकार ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए करनाल जिले में सोमवार मध्यरात्रि से 7 सितंबर की रात 11 बजकर 59 मिनट तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद करने का भी निर्देश दिया है।
किसान बोले- शांतिपूर्ण रहेगा प्रदर्शन
किसान नेताओं का कहना है कि सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है, यही कारण है कि उन्हें महापंचायत और प्रदर्शन करना पड़ रहा है। हरियाणा भारतीय किसान संघ (चादुनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चादुनी ने सोमवार को कहा कि उनकी मांगें नहीं मानी गई हैं, इसलिए मंगलवार को यहां एक बड़ी पंचायत होगी, जिसके बाद किसान मिनी सचिवालय का घेराव करेंगे।