Taliban killed police officer: digi desk/BHN/ तालिबान जब से अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज हुआ है, इसके बाद से यहां लगातार क्रूरता की सारी हदें पार हो रही हैं। काबुल एयरपोर्ट में हुए धामाके हों या यहां की महिलाओं के साथ हो रही अमानवीयता। हर जगह तालिबान का असली चेहरा सामने आ रहा है। कई मामलों में तालिबान ने हिंसा नहीं की है, लेकिन बचपन से हिंसा के बीच पले आतंकियों को हिंसा रोकने का कोई तरीका पता ही नहीं है। ताजा मामले में तालिबान ने एक गर्भवती महिला अफसर के साथ क्रूरता की है। पहले इस महिला अफसर को पीटा गया और फिर उसे गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आतंकियों ने पहले महिला को उसके बच्चों के सामने पीटा और फिर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। यह महिला पुलिसकर्मी घूर प्रांत के फिरोजकोह में रहती थी और वह 6 महीने की गर्भवती थी। इसके बावजूद आतंकियों ने उसके ऊपर रहम नहीं किया।
मारने के बाद चेहरा भी बिगाड़ा
मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि तालिबानी लड़ाके घर-घर जाकर पूर्व सैन्य और पुलिस अधिकारियों को खोज रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने शनिवार रात 10 बजे के के करीब पुलिस अधिकारी बानू नेगर के घर में दबिश दी। आतंकियों ने पहले बानू को उनके बच्चों के सामने पीटा और फिर गोली मार दी। इसके बाद उनका चेहरा भी बिगाड़ दिया। बेनू छह महीने की प्रेग्नेंट थी। इस घटना की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिनमें कमरे की दीवारों पर खून के छींटें और खून में लथपथ पुलिस अधिकारी की लाश दिखाई दे रही है। पास में एक स्क्रूड्राइवर भी दिख रहा है, जिससे पुलिस अधिकारी के चेहरे को बुरी तरह बिगाड़ा गया।
तालिबान ने नहीं ली हत्या की जिम्मेदारी
तालिबान आमतौर पर ऐस नृशंस हत्या और आतंकी हमलों की जिम्मेदारी लेता रहा है ताकि लोगों के बीच उसका खौफ बना रहे, लेकिन अफगानिस्तान की सत्ता में आने के बाद तालिबान ने ऐसा करने से मना किया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद के सचिव ने कहा कि हम घटना से अवगत हैं और मैं पुष्टि कर रहा हूं कि तालिबान ने उसे नहीं मारा है, हमारी जांच जारी है। उन्होंने कहा कि तालिबान ने पहले ही पिछले प्रशासन के लिए काम करने वाले लोगों को माफ कर दिया है और इसकी घोषणा की जा चुकी है।