लखनऊ
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में उनके शामिल होने की संभावना नहीं है। यहां पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में जब यादव से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘न तो कांग्रेस हमें अपने कार्यक्रमों में बुलाती है, न ही भाजपा।'' यादव ने यहां पार्टी कार्यालय से ‘‘संविधान बचाओ, देश बचाओ समाजवादी पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) यात्रा'' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा डॉ. भीम राव आंबेडकर, डॉ. राम मनोहर लोहिया और 'नेताजी' (मुलायम सिंह यादव) के विचारों को गांव-गांव तक पहुंचाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने पुराने समाजवादियों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया है और यह यात्रा राज्य के कई जिलों से गुजरेगी। इसमें पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों और ऊंची जातियों को एकजुट करने का प्रयास किया जाएगा।'' उन्होंने कहा कि सपा इकलौती पार्टी है, जो संवैधानिक मूल्यों और संविधान को बचाने के लिए लड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं को उनकी योग्यता के अनुरूप काम नहीं मिल रहा है, बल्कि उन्हें वेटर, हेल्पर और चपरासी की नौकरियां दी जा रही हैं। यादव ने कहा कि 2024 बदलाव और परिवर्तन का वर्ष है। उन्होंने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार से पूछा कि जिस निवेशक शिखर सम्मेलन में 40 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने का दावा किया गया था,उसका क्या हुआ? क्योंकि युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।
उप्र कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि राहुल गांधी की यात्रा के 14 फरवरी को उत्तर प्रदेश पहुंचने की उम्मीद है । उन्होंने कहा कि यह यात्रा राज्य में 11 दिन जारी रहेगी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली और राहुल गांधी के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र अमेठी से होकर गुजरेगी, जिसका प्रतिनिधित्व वर्तमान में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी करती हैं। कुल मिलाकर पार्टी उप्र के 20 जिलों में 1,074 किमी की यात्रा करेगी । अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि आम चुनाव के लिए उप्र में सपा का कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा या नहीं।