- – बादल और बूंदाबादी ने बदला मौसम का मिजाज
- – दिन के तापमान में गिरावट
- दो से तीन दिनों तक मौसम बिगड़ा रहने का अनुमान
Madhya pradesh bhopal weather of mp possibility of rain with thunder in these 6 districts of madhya pradesh: digi desk/BHN/भोपाल/ मौसम विभाग ने अगले दो से तीन दिनों तक प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में मौसम बिगड़ा रहने का अनुमान व्यक्त किया है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के मध्य भाग में बादलों के साथ गरज-चमक और भोपाल, सागर, नर्मदापुरम संभाग सहित इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर जिले के कुछ हिस्सों में वर्षा या गरज-चमक की स्थिति बन सकती है।
पिछले दो दिनों से लगातार छाए बादलों और बूंदाबांदी से दिन के तापमान में गिरावट नजर आ रही है। गुरुवार को कई जिलों के अधिकतम तापमान में एक से सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। दमोह, नौगांव, रीवा, सागर, भोपाल, गुना, ग्वालियर, इंदौर, रायसेन, रतलाम और उज्जैन में अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। दिसंबर में सामान्य सी रहने वाली सर्दी नए साल के पहले सप्ताह में जोरदार रंग दिखा रही है। पहले दिन से छाए हल्के बादल पिछले दो दिनों से दिन-रात पूरे आसमान को घेरे हुए हैं। कई जिलों में बूंदाबांदी होने से मौसम का मिजाज ही बदल गया है। बादलों के चलते जहां रात का तापमान ऊंचा बना हुआ है, वहीं इन्हीं बादलों और वर्षा के कारण दिन के तापमान में गिरावट आई है।
भोपाल में आठ साल का सबसे कम दिन का तापमान
राजधानी भोपाल में दिन के तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। यहां बुधवार को अधिकतम तापमान जहां 23.9 डिग्री सेल्सियस था, वही गुरुवार को यह सीधे सात डिग्री गिरकर 16.7 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इससे पूर्व दो जनवरी 2015 की शाम सबसे कम अधिकतम तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। यहां आठ साल में सबसे कम तापमान के साथ ही आठ मिमी का आंकड़ा पार कर चुकी वर्षा भी जनवरी के माह में पिछले पांच सालों का रिकार्ड तोड़ने की ओर बढ़ रही है।
पांच जिलों में वर्षा
प्रदेश में गुरुवार दिन में भोपाल, नर्मदापुरम, सतना, खजुराहो और टीकमगढ़ में वर्षा दर्ज हुई। शाम साढ़े पांच बजे तक के आंकड़ों के अनुसार भोपाल में आठ मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि शेष जिलों में वर्षा एक मिमी से कम रही। भोपाल और आसपास रुक-रुककर बौछारें जारी हैं, जिससे वर्षा का आंकड़ा बढ़ सकता है। भोपाल, नर्मदापुरम, रायसेन और सीहोर में शाम को भी हल्की वर्षा होने से यहां वर्षा का आंकड़ा बढ़ जाता है। 24 घंटों में शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, भोपाल, रायसेन, शाजापुर, देवास इंदौर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, हरदा, नरसिंहपुर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना सतना और रीवा में वर्षा दर्ज की गई।
रात का तापमान सामान्य से अधिक
बादल छाए रहने के चलते रात के तापमान में बढ़त हुई है। पिछले 24 घंटों में बैतूल में 1.5 डिग्री बढ़त के साथ न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। भोपाल में तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा। दतिया में 11 डिग्री रहकर सामान्य से पांच डिग्री अधिक तापमान दर्ज किया गया।
बादल और बूंदाबांदी के बीच अब अधिकतम तापमान में कमी आने का अनुमान है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पश्चिम उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात है, जिससे नमी आ रही है। वातावरण में नमी अधिक होने से अधिकतर शहरों में कोहरा छा रहा है, जिससे शुक्रवार को भी कोहरा छाने का अनुमान है। इसके साथ तापमान में गिरावट का क्रम जारी रहेगा।
इन हिस्सों में छाया रहा कोहरा
प्रदेश में गुरुवार सुबह भिंड, मुरैना, श्योपुर कलां, ग्वालियर, दतिया, टीकमगढ़, सागर, छतरपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, दमोह, पन्ना और सतना में घना कोहरा छाया। इसके अतिरिक्त उज्जैन, आगर, राजगढ़, देवास, शाजापुर, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, दक्षिणी खरगोन, रायसेन, भोपाल, विदिशा, नरसिंहपुर, शहडोल, अनूपपुर, में रीवा और सीधी में कोहरा रहा। अधिकतर जगहों पर दोपहर तक धुंध छाई रही।
तीन मौसम प्रणालियों का असर
मौसम विभाग के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा के आसपास बना हुआ है, जबकि साउथ वेस्ट उप्र में इसके अतिरिक्त कर्नाटक से साउथ वेस्ट उप्र तक द्रोणिका जा रही है, जिससे प्रदेश में बादल और वर्षा का मौसम बना हुआ है। इसका सबसे ज्यादा असर प्रदेश मध्य भाग पर है। विज्ञानियों के अनुसार अगले दो दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। इसके बाद आठ जनवरी को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ आने का अनुमान है।