नई दिल्ली
एलन मस्क की स्टारलिंक फास्ट इंटरनेट के लिए सैटेलाइट का यूज करने वाली है। यानी अब सैटेलाइट की मदद से यूजर्स को सीधा नेटवर्क मिलेगा और इसकी वजह से फास्ट इंटरनेट मिलना भी आसान हो जाएगा। मस्क की इस घोषणा के साथ ही नेटवर्क कंपनियों की चिंता बढ़ गई थी। लेकिन अब जानकारी सामने आई है कि मंगलवार को स्टारलिंक सैटेलाइट का फर्स्ट बैच भी जा चुका है।
मंगलवार को इसकी घोषणा करते हुए एलन मस्क ने कहा, 'छह सैटेलाइट को डायरेक्ट टू सेल कैपेबिलिटी के उद्देश्य से भेजा जाएगा। इसकी मदद से ग्लोबली कनेक्टिविटी मिलने वाली है और कई ऐसे इलाके जहां पर नेटवर्क की समस्या रहती है, वहां भी नेटवर्क आएगा।' मस्क ने जोर देते हुए कहा कि इसकी मदद से दुनिया के किसी कोने में भी नेटवर्क मिल जाएगा।
मस्क बताते हैं, सैटेलाइट की मदद से नेटवर्क की समस्या तो दूर हो जाएगी। इससे 7Mb per beam भी मिलेगा और beams स्पीड के मामले में काफी तेज होता है। ऐसे में ये ऐसी जगहों के लिए बड़ा सॉल्यूशन हो सकता है जहां पर नेटवर्क की समस्या रहती है। ये अभी उपलब्ध नेटवर्क के लिए सबसे बड़ी चुनौती के रूप में सामने आएगा।' एलन मस्क की घोषणा के साथ ये साफ हो गया है कि वह मोबाइल नेटवर्क पर काफी काम कर रहे हैं।
भारत में लाइसेंस का इंतजार कर रहे हैं एलन मस्क-
ये खबर ऐसे समय में सामने आई है जब स्टारलिंक GPMCS परमिट का इंतजार कर रहा है। भारत सरकार की तरफ से लाइसेंस मिलने के बाद ही मस्क भारत में ब्रॉडबैंड सर्विस की शुरुआत कर पाएंगे। भारत में जियो भी सैटेलाइट कम्युनिकेशन पर काम कर रहा है। एयरटेल की तरफ से वनवेब भी इसी प्रकार की तकनीक पर काम कर रहा है। लेकिन इससे पहले मस्क ने काम पूरा करके सैटेलाइट को रवाना भी कर दिया है।