रतलाम
रतलाम में 2 जनवरी की रात उस वक्त हड़कंप मच गया, जब प्लास्टिक की फैक्ट्री में भीषण आग लग गई. आग इतनी भीषण थी कि उसकी लपटें दूर से ही दिखाई दे रही थीं. आग की सूचना मिलते ही वहां रह रहे लोगों में अफरा-तफरी मच गई. लोगों ने इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी. सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचीं. इसके बाद भी आग बुझी नहीं. आग ने उलटा एक दो मंजिला को अपने लपेटे में ले लिया. जब बड़ी देर तक आग नहीं बुझी तो टैंकरों का इस्तेमाल कर इस पर काबू पाया गया है. इस आग को बुझाने में जिला प्रशासन के पसीने छूट गए. इसे बुझाने में 12 फायर ब्रिगेड और 50 टैंकरों का इस्तेमाल करना पड़ा.
आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं लग सकता है. इस अग्निकांड की वजह से फैक्ट्री में रखा प्लास्टिक का सामान पूरी तरह से खाक हो गया. इस फैक्ट्री में प्लास्टिक के भंगार से प्लास्टिक के गोले बनाए जाते हैं. इन गोलों से प्लास्टिक के दाने बनाए जाते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि आग की सूचना पर रतलाम नगर निगम सहित ईप्का फैक्ट्री की दमकल भी पहुंची थी. इनसे भी जब आग पर काबू नहीं पा सके तो दूसरी जगहों से भी फायर ब्रिगेड बुलानी पड़ीं. देखते ही देखते आग और फैलती चली गई. आग की लपटें देख स्थानीय लोग डरने लगे. इसके बाद लोगों ने टैंकरों को भी बुलाना शुरू कर दिया.
आग ने घर को भी लिया चपेट में
लोगों ने बताया कि आग को देखते हुए एक के बाद एक 12 से ज्यादा फायर ब्रिगेड मौके पर पुहंच गईं. उनका साथ देने के लिए 50 से ज्यादा टैंकर लाए गए. इतना ही नहीं पास की फैक्ट्री के पानी को भी इस आग को बुझाने में इस्तेमाल किया गया. दूसरी ओर जानकारी में सामने आया है कि आग की वजह से फैक्ट्री के पीछे बना एक दो मंजिला मकान भी चपेट में आ गया, आग की चपेट में आने से मकान को जमकर नुकसान पहुंचा है. वहीं आगजनी की सूचना पर नगर निगम, पुलिस और राजस्व के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. औद्योगिक थाना पुलिस आग लगने के कारणो का पता लगाने में जुट गई है. अब तक मिली जानकारी में किसी प्रकार की जनहानि की सूचना सामने नहीं आई है.