अयोध्या
अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा उत्सव को अभूतपूर्व बनाने के साथ अयोध्यावासी अपने घर-आंगन को सजाएंगे। युवा हों या प्रौढ़, उनका हिल स्टेशनों से अधिक अब राम की अयोध्या में मन रच बस रहा है। यही कारण है कि यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है। अयोध्या पहुंचे विदेशी पर्यटक भी कह रहे हैं कि अयोध्या के बारे में खूब सुना-पढ़ा पर मोदी-योगी के राज में नव्य अयोध्या की अनुभूति हमें अलग प्रतीत हो रही है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
सीएम योगी के नेतृत्व में बदली अयोध्या में पर्यटकों पर राम का रंग चढ़ गया है। 30 दिसंबर के कुछ घंटों बाद साल भले ही बदल रहा हो, लेकिन नए साल के पहले अयोध्या को मिलने वाला हजारों-करोड़ों का नया उपहार फिर इसकी दशा-दिशा और मजबूत करेगा। लिहाजा, पीएम मोदी व सीएम योगी के प्रति अयोध्यावासियों पर 'अपनत्व' का नया रंग सिर चढ़कर बोल रहा है।
अयोध्या के रहने वाले प्रमोदानंद गिरी कहते हैं कि अयोध्या पौराणिक दृष्टिकोण से समृद्ध है, लेकिन कॉमन बिल्डिंग कोड के जरिए एक रंग में नजर आने वाली अयोध्या की सुंदरता रामनगरी को भौतिक रूप से भी भव्य बना रही है। भक्तिपथ हो, धर्मपथ या जन्मभूमि पथ, यहां अलग-अलग रंग में अयोध्या अलग-अलग रूप में निखरी नजर आ रही है, लेकिन इन सब पर चढ़ा सबसे बड़ा रंग है राम का। पूरी अयोध्या राम के रंग में रंगी है।
उन्होंने बताया कि लखनऊ-अयोध्या-गोरखपुर हाइवे पर लगीं मूर्तियां अयोध्या की पौराणिकता बयां कर रही हैं। सहादतगंज से लेकर रामघाट तक भगवान राम के बाल स्वरूप से लेकर वनवास और राजा राम तक के विभिन्न रूपों की मूर्तियां विदेशी पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं। रामायण के प्रसंगों से सजी अनेक मूर्तियां त्रेता की परिकल्पना को साकार करती दिख रही हैं। हैदराबाद से आईं जसप्रीत कौर सेखों बताती हैं कि मूर्तियां तो अनेक शहरों और जिलों में लगी हैं, लेकिन, यहां लगीं मूर्तियों को देखकर आध्यात्मिक रूप से अलग ही अनुभूति हो रही है। मंदिर के एक पदाधिकारी ने बताया कि दीपोत्सव हो या भव्य राम मंदिर से पहले ही अयोध्या का दीदार, पर्यटकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। धार्मिक, आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अयोध्या के साथ ही उत्तर प्रदेश में घरेलू व विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई। पिछले वर्ष घरेलू व विदेशी पर्यटकों की कुल संख्या मिलाएं तो यह आंकड़ा 2 करोड़ 21 लाख से अधिक रहा।