जयपुर.
राजस्थान के अलवर जिले की रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक ज़ुबैर खान ने ली संस्कृत में शपथ ली है। जबकि प्रोटेम स्पीकर ने कालीचरण सराफ ने बीकानेर के कोलायत विधायक को राजस्थानी में शपथ लेने से रोका दिया। क्योंकि संविधान की 8 वीं अनुसूची में दर्ज शामिल भाषाओं में ही शपथ ली जा सकती है। जबकि राजस्थान भाषा सूची में शामिल नहीं है। राजस्थान में 16वीं विधानसभा का पहला सत्र आज सुबह 11 बजे से शुरू हुआ।
इन सदस्यों ने ली संस्कृत में शपथ
सबसे पहले सीएम भजनलाल शर्मा और उसके बाद डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को शपथ दिलाई है। सदन में राजस्थानी भाषा में शपथ लेने परे रोक है। इसलिए कई सदस्य राजस्थानी भाषा में शपथ नहीं ले सके। क्योंकि 8 वीं अनुसूची में आने वाली भाषाओं में ही शपथ ले सकते है। राजस्थान भाषा 8 वीं अनुसूची में शामिल नहीं। संस्कृत में शपथ लेने वाले विधायक उदयलाल भड़ाना, गोपाल लाल शर्मा, गोपाल शर्मा, जोगेश्वर गर्ग, कैलाश चंद्र मीणा, गढ़ी, छगन सिंह राजपुरोहित, जुबेर खान, रामगढ़ जेठानंद व्यास, जोराराम कुमावत ने संस्कृत में शपथ ली।
धारीवाल ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक शांति धारीवाल ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया और कहा- यह भजन मंडली नहीं है कि मेरे घर आ जाओ। धारीवाल ने संविधान का हवाला देते हुए कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के साथ सत्र की शुरूआत होती है। धारीवाल ते जवाब में प्रोटेम स्कीकर कालीचरण सराफ ने कहा कि पहले शपथ दिलाई जाएगी। उसके बाद राज्यपाल का अभिभाषण होगा। शांति धारीवाल ने अचानक सत्र बुलाने पर आपत्ति जताई। वहीं पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित सभी कांग्रेस विधायक काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे। कांग्रेस विधायक संसद में हुए हमले का विरोध कर रहे हैं। वहीं, कई विधायकों ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने की कोशिश की, लेकिन नियमों का हवाला देकर प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने इसकी अनुमति नहीं दी।