प्रधानमंत्री ने किसानों को जारी की 18 हजार 98 करोड़ की किसान सम्मान निधि
कार्यक्रम का किया गया सजीव प्रसारण
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ प्रदेश के पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ जनजाति कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल की उपस्थिति में शुक्रवार को आजाद मैदान रामनगर में किसानों द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि कार्यक्रम का सजीव प्रसारण देखा गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित एवं माल्यार्पण कर किया गया। इस मौके पर एसडीएम के.के पाण्डेय, सीईओ जनपद हरीश केशरवानी, रामसुशील पटेल, गोरेलाल पटेल, सूरज गुप्ता, सरपंच बिन्नू, दिवाकर सिंह, जयपाल पटेल, डॉ रामबली वैश्य, यादवेन्द्र सिंह, शंकर पटेल, गिरजा सिंह, लक्ष्मी पटेल, इन्द्रजीत पटेल, महेन्द्र गुप्ता, केशव वैश्य, गया पटेल, रामपाल, राकेश पटेल, सुरेन्द्र पटेल सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं कृषक उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आनलाइन माध्यम से देश के 9 करोड़ चार लाख किसानों को किसान सम्मान निधि के रूप में 18 हजार 98 करोड़ रुपए की राशि उनके बैंक खाते में जारी की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि खेती के विकास से ही देश का विकास होगा। नये कृषि कानूनों के माध्यम से किसान को अपनी उपज बेचने के लिये अच्छे बाजार का अवसर दिया जा रहा है। आज पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती है। उनका जन्मदिन सुशासन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। अटल जी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना तथा स्वर्णिम चतुर्भुज योजना जैसी परियोजनाओं से गांव और किसान की तकदीर बदल दी। उन्होंने सदैव सुशासन के लिये प्रयास किया। देश के करोड़ो किसानों को उनके बैंक खाते में सीधे राशि प्रदान करना अटल जी को श्रद्धांजलि होगी। प्रधानमंत्री ने नये कृषि कानूनों के प्रावधानों तथा उनसे किसानों को होने वाले लाभों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नये कृषि कानूनों में यदि किसी तरह की कमी है तो उस पर चर्चा करने के लिये सरकार खुले मन से तैयार है। निर्धारित मुद्दों पर चर्चा के लिये किसान हमारे साथ आयें।
मुख्यमंत्री ने किसान सम्मेलन में की कई घोषणाएं
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने होशंगाबाद जिले के बाबई में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मेलन से किसानों को आॅनलाइन संबोधित किया। उन्होंने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की सुविधा के लिये किसान मोबाइल एप लांच किया जा रहा है। इसके माध्यम से किसानों को अपनी फसल की गिरदावरी की जानकारी मिलेगी। किसान एप के माध्यम से आगामी 31 मार्च 2021 से अविवादित नामांतरण के प्रकरण निराकृत होंगे। इसके माध्यम से निर्धारित फीस जमा करके जमीन का डायवर्सन कराया जा सकेगा। किसान 100 रुपए फीस के साथ राजस्व प्रकरण दर्ज कर सकेंगे। सीमांकन के लिये भी आधुनिक मशीन के जरिये नई व्यवस्था लागू की जा रही है। इसके लिये पूरे प्रदेश में 90 कोर्स स्टेशन बनाये जायेंगे। प्रदेश में शीघ्र ही आधुनिक मशीन के जरिये हर मौसम में सीमांकन की सुविधा शुरू हो जायेगी। अब जरीब का युग समाप्त हो रहा है। पटवारी को शीघ्र ही लैपटाप प्रदान किये जायेंगे। पटवारी अब प्रत्येक सोमवार तथा गुरूवार को अपने निर्धारित मुख्यालय में अनिवार्य रूप से रहें।
अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कृषि कानूनों से खेती में होने वाले विकास की जानकारी दी। उन्होंने फसल बीमाए मुख्यमंत्री किसान कल्याण निधि, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना तथा संबल योजना से किसानों को मिलने वाले लाभों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों की जानकारी देने के लिये सभी विकासखण्ड मुख्यालयों में किसानों के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। कृषि उपज मण्डियां चलती रहेंगी तथा समर्थन मूल्य पर किसानों से अनाज का उपर्जान बंद नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में किसानों के कल्याण के लिये किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।