मुंबई
बॉलीवुड के फेमस एक्टर में से एक रहे जूनियर महमूद का कैंसर से जंग के बाद निधन हो गया है. जूनियर महमूद पेट के स्टेज 4 कैंसर से जूझ रहे थे. उनका इलाज मुंबई के एक अस्पताल में चल रहा था. देर रात करीब 2 बजे जूनियर महमूद ने अपनी आखिरी सांस ली. फिल्म इंडस्ट्री में एक्टर के निधन से शोक पसर गया है.
जानकारी के मुताबिक, आज जुमे की नमाज के बाद जुहू के कब्रिस्तान में जूनियर महमूद को सपुर्द ए खाक किया जाएगा. निधन के बाद जूनियर महमूद अपने पीछे अपना परिवार छोड़ गए हैं. उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे, बहू और 1 पोता है. जूनियर महमूद साहब का असली नाम नईम सैय्यद था. उनका जन्म 15 नवंबर 1956 को हुआ था. कुछ दिनों पहले ही जूनियर महमूद के पेट के कैंसर से पीड़ित होने की खबर मास्टर राजू ने दी थी. इसके बाद कुछ सितारे उनसे मिलने भी पहुंचे.
मास्टर राजू रोजाना जूनियर महमूद का हाल लेने पहुंच रहे हैं. उन्होंने ही अपने पोस्ट के जरिए दुनिया को जूनियर महमूद की खराब हालत की खबर दी थी. एक्टर संग फोटो शेयर कर मास्टर राजू ने पोस्ट में लिखा था, 'जूनियर महमूद जी के पेट के कैंसर का पता चला है. कृपया उसके लिए प्रार्थना करें.' इसके बाद जॉनी लीवर, जूनियर महमूद की मदद को आगे आए थे. इस मुश्किल वक्त में महमूद के करीबी दोस्त सलाम काजी भी उनके साथ हैं.
एक वक्त पर इंडस्ट्री के जाने-माने आर्टिस्ट रहे जूनियर महमूद पेट की तस्वीरों ने सोशल मीडिया यूजर्स का दिल दुखा दिया था. उनका हाल देखना फैंस संग करीबियों के लिए भी मुश्किल था. जूनियर महमूद ने सुपरस्टार जितेंद्र और अपने बचपन के दोस्त एक्टर सचिन पिलगांवकर से मिलने की इच्छा जताई थी. दोनों सितारों ने उनकी इस आखिरी इच्छा को पूरा भी किया.
18 दिन पहले फोर्थ स्टेज कैंसर का चला था पता
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में जूनियर महमूद की फैमिली ने निधन की पुष्टि की और बताया कि फोर्थ स्टेज कैंसर की वजह से वह किस दर्द से गुजरे। महमूद के बेटे हुस्नेन ने कहा, "हमें उनके चौथे स्टेज के पेट के कैंसर के बारे में 18 दिन पहले ही पता चला था। हम उन्हें टाटा मेमोरियल अस्पताल ले गए। वहां के डीन ने हमें बताया कि इस स्तर पर उपचार और कीमोथेरेपी बहुत दर्दनाक होगी। अस्पताल ने सुझाव दिया था कि हम घर पर ही उनकी देखभाल करें।"
चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में शुरू किया करियर
जूनियर महमूद ने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने चार दशक के करियर में सात भाषाओं में 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। वह राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) से लेकर अमिताभ बच्चन और राज कपूर जैसे सुपरस्टार्स के साथ स्क्रीन शेयर कर चुके हैं। जूनियर महमूद की फिल्मों की लिस्ट में 'मेरा नाम जोकर', 'कारवां', 'हाथी मेरे साथी', 'मोहब्बत जिंदगी है', 'नैनिहाल', 'हरे रामा हरे कृष्णा', 'बाप नंबरी बेटा 10 नंबरी' समेत कई ब्लॉकबस्टर शामिल हैं।
जूनियर महमूद ने जताई थी इच्छा
6 दिसंबर को एक ट्विटर यूजर ने जूनियर महमूद की पुरानी फोटो को शेयर करते हुए उनकी इच्छा के बारे में बात की थी. शख्स ने लिखा था, 'जूनियर महमूद, जो कि बीते जमाने के सबसे प्यार चाइल्ड स्टार रहे हैं, अस्पताल में अपने स्टेज 4 कैंसर का इलाज करवा रहे हैं. उन्होंने जितेंद्र से मिलने की इच्छा जताई है, जिनके साथ उन्होंने कई फिल्मों में काम किया. और वो चाहते हैं कि उनके बचपन के दोस्त सचिन पिलगांवकर उनसे मुलाकात करने आएं. मैं जितेंद्र जी और सचिन जी से अनुरोध करता हूं कि उनकी इस इच्छा को पूरा कर दीजिए क्या पता ये उनकी आखिरी ख्वाहिश साबित हो.'
मिलने पहुंचे जितेंद्र-सचिन पिलगांवकर
इस ट्वीट के जवाब में सचिन पिलगांवकर की बेटी श्रेया ने बताया था कि उनके पिता जूनियर महमूद के साथ कॉन्टेक्ट में बने हुए हैं और उनसे मिले भी हैं. वहीं बीते जमाने के सुपरस्टार रहे जितेंद्र की फोटोज भी सोशल मीडिया पर वायरल हुईं. वायरल तस्वीरों में से एक में जितेंद्र, जूनियर महमूद से उनका हाल ले रहे थे. वहीं दूसरी में जितेंद्र, महमूद के सिर पर हाथ रखे खड़े थे. जूनियर महमूद से मुलाकात के बाद जितेंद्र काफी इमोशनल भी हुए. उनकी आंखों में महमूद की हालत देखकर आंसू भी आ गए थे.
कौन थे जूनियर महमूद?
जूनियर महमूद का असली नाम नईम सैय्यद था. सिल्वर स्क्रीन के लिए उन्होंने जूनियर महमूद नाम को अपनाया था. जूनियर महमूद ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी. चाइल्ड आर्टिस्ट के ही रूप में उन्हें फिल्मों में खास पहचान मिली. उन्हें 'बचपन', 'गीत गाता चल', 'कटी पतंग', 'मेरा नाम जोकर', 'ब्रह्मचारी' संग अन्य फिल्मों में देखा गया था. उनके साथ दोस्त सचिन पिलगांवकर को भी बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट कई फिल्मों में देखा गया था. दोनों की जोड़ी काफी सफल रही थी.