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Devuthani Ekadashi : सर्वार्थ सिद्धि योग की गोधूलि बेला में उठेंगे देव, मांगलिक कार्यों की होगी शुरुआत

  1. इस बार 23 नवंबर गुरुवार को दिव्य योग में देव उत्थापन व तुलसी-शालिग्राम का विवाह होगा
  2. देव शक्ति जागृत होने के साथ चातुर्मास का समापन और मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी
  3. इस बार देव एकादशी पर अबूझ मुहूर्त नहीं है। ऐसे में 27 नवंबर से मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी

Vrat tyohar devuthani ekadashi 2023 gods will rise in the twilight of sarvartha siddhi yoga auspicious works will begin: digi desk/BHN/उज्जैन/ पंचांग की गणना के अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी अर्थात देवउठनी ग्यारस से मांगलिक कार्यों का शुभारंभ हो जाता है। इस बार देवउठनी एकादशी 23 नवंबर गुरुवार के दिन आ रही है। धर्मशास्त्रीय मान्यता में शाम को गोधूलि बेला में देव उठने का समय है। इस बार देवउठनी ग्यारस पर शाम के समय सर्वार्थसिद्धि योग का महासंयोग रहेगा। दिव्य योग में देव उत्थापन व तुलसी-शालिग्राम का विवाह होगा।

ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला ने बताया देवउठनी एकादशी पर देव शक्ति जागृत होने के साथ चातुर्मास का समापन और मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है। इसमें विवाह, यज्ञोपवित, गृह प्रवेश आदि प्रमुख है। इसलिए सनातन धर्मपरंपरा में इस एकादशी का विशेष महत्व है।

देवउठनी एकादशी पर अबूझ मुहूर्त नहीं

सामान्यतः देवउठनी एकादशी को अबूझ मुहूर्त माना जाता है। इस दिन जनमानस विवाह मुहूर्त देखे बिना विवाह आदि मांगलिक कार्य करते हैं। किंतु हर बार ऐसा नहीं होता है। कभी-कभी लग्न या पंचक का दोष या फिर क्रांति का दोष होने से विवाह नहीं होते हैं। 23 नवंबर को देव उत्थापनी एकादशी पर अबूझ मुहूर्त का कोई योग नहीं है। ऐसे में 27 नवंबर से विवाह आदि मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी।

धनुर्मास की संक्रांति के पहले 12 श्रेष्ठ मुहूर्त

इस बार देव उठने के बाद 27 नवंबर से 14 दिसंबर तक विवाह के कुल 12 श्रेष्ठ मुहूर्त हैं। इसके बाद 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक धनुर्मास के कारण विवाह नहीं होंगे। मुहूर्त की गणना के अनुसार देवशयनी एकादशी तक इस बार विवाह के कुल 44 श्रेष्ठ मुहूर्त हैं।

किस माह में कितने विवाह के श्रेष्ठ मुहूर्त

  • नवंबर माह में 27, 28, 29
  • दिसंबर माह में 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 13, 14
  • जनवरी माह में 16, 17, 20, 21, 27, 28, 29, 30, 31
  • फरवरी माह में 4, 5, 6, 7, 12, 13, 14, 18, 19, 25, 26, 27
  • मार्च माह में 1, 2, 3, 4
  • अप्रैल माह में 18,23, 26,28
  • (मई-जून में गुरु शुक्र के तारा अस्त रहेंगे)
  • जुलाई में 9, 11, 15

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