- कम मतदान वाले बूथों की समीक्षा के लिए भाजपा ने बूथवार रिपोर्ट मांगी
- कारणों को जानने के साथ ही बूथ प्रभारी के प्रदर्शन का भी किया जाएगा आकलन
- प्रदेश अध्यक्ष आश्वस्त, कहा- इस बार बहुमत के साथ सरकार बना रही है पार्टी
Elections madhya pradesh mp bjp asked for booth wise report to review booths with low turnout: digi desk/BHN/भोपाल/ विधानसभा चुनाव में कम मतदान वाले बूथों की भाजपा समीक्षा में जुटी हुई है। इसके लिए पार्टी मुख्यालय ने सभी 64,626 बूथों से रिपोर्ट मंगाई है। जिन मतदान केंद्रों पर कम वोटिंग हुई है, उसके कारणों को जानने के साथ ही बूथ प्रभारी के प्रदर्शन का आकलन भी किया जाएगा। यह रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को भी भेजी जाएगी। वहीं, जिन मतदान केंद्रों पर प्रभारियों ने लापरवाही की है, उनकी सूची भी तैयार की जाएगी।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत को लेकर आकलन अलग से होगा। पार्टी पदाधिकारियों का मानना है कि प्रदेश में इस बार रिकार्ड 77.15 प्रतिशत जो मतदान हुआ है, उसमें बूथ प्रबंधन की भी भूमिका रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व की रणनीति और 64 हजार 626 बूथों पर प्रभारियों की मेहनत का परिणाम है कि भाजपा इस बार पूर्ण बहुमत से विजय प्राप्त कर सरकार बना रही है।
जीत के लिए आश्वस्त भाजपा
प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी कार्यालय में की मेल मुलाकात प्रदेश भाजपा वीडी शर्मा मंगलवार को सुबह से प्रदेश कार्यालय में मौजूद रहे और अलग-अलग जिलों से आए कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया। कार्यकर्ताओं ने बताया कि चुनाव में पार्टी की केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर सकारात्मक वातावरण था। लाड़ली बहना योजना का लाभ भी मिल रहा है। कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा। कई जगहों पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमारे कार्यकर्ताओं को लेकर झूठी शिकायतें करके परेशान करने का काम किया। शर्मा ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आप अकेले नहीं हैं, पूरी पार्टी एक-एक कार्यकर्ता के साथ खड़ी है।
भाजपा ने बूथ विजय के लिए बनाया था माइक्रो मैनेजमेंट प्लान
भाजपा ने बूथ विजय के लिए माइक्रो मैनेजमेंट प्लान बनाकर बूथ प्रबंधन का कार्य किया था। पार्टी कार्यकर्ता और प्रवासी कार्यकर्ता 230 विधानसभाओं के 64 हजार 626 बूथों के हर घर, पगडंडी, चौपाल, गली, मोहल्ला पहुंचे थे और जनता के समक्ष पार्टी के समर्थन में वोट मांगने का काम किया था। भाजपा के 57 संगठनात्मक जिलों, 1093 मंडलों में तैनात 68 लाख से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं, 1,75,241 नव कार्यकर्ताओं ने चुनाव में विजय के लिए दिन-रात एक कर दिए थे।