- सिल्क्यारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों तक पहुंचने के लिए फिलहाल रोक दिया गया है
- पहाड़ से दरकने की आवाज की बाद किसी आशंका के चलते ड्रिलिंग का काम रोक दिया गया है
- फिलहाल रेस्क्यू में कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं
National uttarakhand tunnel rescue drilling work stopped in the mountain special machine will- each from indore today 41 workers stranded: digi desk/BHN/उत्तरकाशी/ उत्तरकाशी टनल हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन फिलहाल अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है। घटनास्थल पर मौजूद एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि सिल्क्यारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों तक पहुंचने के लिए फिलहाल रोक दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, पहाड़ से दरकने की आवाज की बाद किसी आशंका के चलते ड्रिलिंग का काम रोक दिया गया है। फिलहाल रेस्क्यू में कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। इस बीच प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से उप सचिव मंगेश घिल्डियाल उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटना स्थल पर पहुंचे हैं और हालात का जायजा ले रहे हैं।
इंदौर से पहुंचेगी स्पेशल मशीन
सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने की कोशिश जारी जारी है। पहाड़ में ड्रिलिंग के लिए इंदौर से आज एक स्पेशल मशीन उत्तरकाशी भेजी जा रही है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शनिवार को सुरंग में ड्रिलिंग कार्य को रोक दिया गया। दरअसल, सुरंग बनाने के लिए पाइप बिछाने के दौरान अचानक सुरंग के भीतर पहाड़ दरकने की तेज आवाज सुनाई दी, जिससे हड़कंप मच गया था।
दीपावली के दिन हुआ था हादसा
आपको बता दें कि दीपावली के दिन ही निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था और इसके बाद 6 दिन बीत जाने के बावजूद करीब 41 मजदूर सुरंग में फंसे हुए हैं। आज 7वें दिन भी श्रमिकों को निकालने की कोशिश की जा रही है।
इस बीच सुरंग बनाने वाली कंपनी NHIDCL के निदेशक अंशू मनीष खुल्को ने जानकारी दी है कि ड्रिलिंग का कार्य फिलहाल बंद है और इसे रोकने के पीछे का कारण मशीन की खराबी नहीं है। उन्होंने बताया कि सुरंग में 40 मीटर अंदर तक शॉटक्रेटिंग के साथ खुदाई का काम चल रहा है और 10 मीटर पर एक गुफा बन गई है। मध्य प्रदेश के इंदौर से मांगी गई एक और हेवी-ड्यूटी ड्रिलिंग मशीन शनिवार को पहुंचेगी।