बसपा सुप्रीमों ने प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभा को किया संबोधित

सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती बुधवार को सतना पहुंची। बीटीआई मैदान में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी पार्टी मप्र के चुनाव में पूरी ताकत तैयारी और दमदारी से लड़ रही है। हमारा किसी से कोई समझौता नहीं है। बसपा को कामयाब बनाने के लिए कुछ जरूरी बातों की तरफ ध्यानाकर्षण कराना चाहती हूं। प्रदेश में विभिन्न दलों की पार्टियों की सत्ता रही है लेकिन किसी भी दल ने सर्व समाज, गरीबों, आदिवासियों, किसानों और छोटे व्यापारियों का कभी विकास नहीं किया। खासकर दलितों आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों को यह बताना जरूरी है कि बाबा साहब के प्रयासों से लाभ मिला है। अब तमाम दलों की सरकार इसे खत्म करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस और बीजेपी की सरकारों ने आरक्षण का कोटा कभी पूरा नहीं किया। यही स्थिति मप्र में भी देखने को मिल रही है। निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण का ध्यान दिए बगैर सरकार काम कर रही हैं। इससे दलित आदिवासी और अन्य पिछड़े वर्गों को भी बहुत नुकसान हो रहा है। मंडल कमीशन के अनुरूप लाभ नहीं मिल रहा है।
रिपोर्ट भी रद्दी की टोकरी
बाबा साहब ने आरक्षण के साथ 340 के तहत यह व्यवस्था दी थी कि केंद्र में कमीशन बैठाए और जरूरतमंद जातियों को चिह्नित कर आरक्षण का लाभ दें। काका कालेकर की रिपोर्ट भी रद्दी की टोकरी में डाल दी, मंडल कमीशन को भी कांग्रेस ने लागू नहीं किया। सत्ता बदलने पर वीपी सिंह की सरकार बनी तब बसपा के कई सांसद जीते, मैं भी पहुंची थी। उन्हें हमने मंडल कमीशन की सिफारिश लागू करने की शर्त पर उन्हें समर्थन दिया था। वीपी सिंह ने हमारी बात मानी और मंडल कमीशन लागू कर बाबा साहेब को भारत रत्न दिया।
पूंजीवादी, जातिवादी सोच का समर्थन नहीं
केंद्र द्वारा लोकसभा एवं विधानसभाओं में महिला आरक्षण की बात हुई है लेकिन एससी एसटी और ओबीसी की महिलाओं के लिए बात नहीं की गई है। अन्य कानूनों का भी पालन नहीं कराया जा पा रहा है। अपर कास्ट में भी गरीब हैं उनकी भी स्थिति बेहद खराब है, हमने हमेशा केंद्र से मांग की है कि उन्हें भी आरक्षण दें। मप्र में गरीब, किसान, व्यापारी, कर्मचारी सभी परेशान नजर आते हैं। सभी सरकारों की पूंजीवादी, जातिवादी सोच का समर्थन कभी नहीं करती। हमारी पार्टी सरकारों से ऐसी नीतियां बनाने की मांग करती आई है जो कुछ लोगों मात्र की जगह गरीबों, आम लोगों के हित में हो।
भ्रष्टाचार से अछूता नहीं मप्र
भ्रष्टाचार से भी आपका प्रदेश अछूता नहीं रह गया है, इसके लिए सभी विरोधी पार्टिंयां सत्ता में रही हैं। ये सरकारें पूंजीपतियों धन्नासेठों के ही हित में रही हैं। उन्हें फायदा पहुंचाने के हिसाब से अपनी नीतियां बनाती हैं। जिसके कारण अभी भी सर्व समाज के लोग परेशान हैं। देश में अकेली बसपा ही ऐसी पार्टी है जो धन्नासेठों की मदद से नहीं अपनी पार्टी के कार्यकताओ की मदद से चुनाव लड़ती है ताकि बिना किसी के दबाव में आए सर्व समाज के हित की बात कर सके। इसी के बूते यूपी में बसपा ने 4 बार सरकार बनाई है।
महापुरूषों को पूरा आदर सम्मान दिया
दलित, पिछड़े ,आदिवासियों, मुस्लिमों के हितों को हमेशा ध्यान में रखा है। गरीब बेरोजगारों को मामूली भत्ता देने के बजाय हमने स्थायी-अस्थायी रोजगार, भूमिहीनों को भूमि दी है, आवासहीनों को सरकारी खचेज़् पर पक्के मकान दिए हैं। महिलाओं बुजुर्गों के हित में भी अनेकों कार्य किये हैं। दलित व पिछड़े वर्ग में जन्मे महापुरुषों को पूरा आदर सम्मान दिया है।
किसी दल के बहकावे में न आए
मायावती ने कहा कि आप भी मप्र में आमजन और कमजोर वर्ग के लोगों की समस्याएं दूर कर उनके हित में काम करना चाहते हैं तो अपने साथियों को सर्वजन सुखाय सर्वजन हिताय की नीतियां बना कर उन्हें मजबूत करें। आपको किसी दल के बहकावे में नहीं आना है। हमारी पार्टी किसी चुनाव में कोई घोषणा पत्र जारी नहीं करती क्योंकि हम कर के दिखाने में विश्वास रखते हैं। आपको भी मप्र के हित मे बसपा की ही सरकार बनाना जरूरी है। कमजोर व उपेक्षित वर्ग के लोगों को मजबूत करने के लिए बसपा समर्पित है।
ये प्रत्याशी हुए शामिल
इस सभा में सतना जिले की सात विधानसभा सीटों से प्रत्याशी शामिल हुआ हैं। इन सीटों पर बसपा के टिकट पर सतना से रत्नाकर चतुर्वेदी शिवा, नागौद से यादवेन्द्र सिंह, चित्रकूट से सुभाष शर्मा डोली, रैगांव से देवराज अहिरवार, रामपुर से मणिराज पटेल, अमरपाटन से छंगेलाल कोल और मैहर से वीरेंद्र कुशवाहा चुनाव लड़ रहे हैं।