- कार छोड़कर भागे आरोपितों को हादसे के 24 घंटे बाद भी नहीं खोज पाई पुलिस
- कार में मिले सामान से लग रहा शराबखोरी कर रहे थे कार सवार
Madhya pradesh mandsaur hit and run drunken car driver crushed two youths in mandsaur: digi desk/BHN/मंदसौर/ मंदसौर में शनिवार-रविवार की रात में महू-नीमच राजमार्ग से यश नगर जाने वाले मार्ग के कार्नर पर हिट एंड रन का मामला हुआ है। यहां कार चालक ने उजास के पर्व की बेला में दो परिवारों को गम के अंधेरे में धकेल दिया । दोनों ही युवक अपने-अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले थे।
टक्कर मारने के बाद भागा चालक
उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं जिन्हें पता ही नहीं है कि सर से पिता का साया उठ गया है। कार के चालक सहित अन्य सवार मोटरसाइकल को टक्कर मारने के बाद कार सहित वहां से भागे और किटियानी होते हुए संजीत रोड पर पाटीदार छात्रावास के पास कार छोड़ फरार हो गए हैं।
24 घंटे बाद भी सुराग नहीं
पुलिस 24 घंटे बाद भी खाली हाथ है वह अभी तक केवल नंबर के आधार पर कार मालिक का नाम पता कर पाई है। कार में कौन सवार थे यह अभी तक सामने नहीं आया है। पर कार में मिले सामान से यह तय है कि उसमें सवार लोग शराबखोरी जरुर कर रहे थे।
रात लगभग पौने 12 बजे की घटना
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार-रविवार की दरमियानी रात लगभग पौने 12 बजे डी मार्ट पर नौकरी करने वाले सूरज पिता स्व रामकिशन मावर निवासी रामटेकरी व राजेश वर्मा निवासी नापाखेड़ा एक ही बाइक से लौट रहे थे।
कार ने पीछे से टक्कर मारी
महू-नीमच राजमार्ग पर यश नगर कार्नर के यहां पीछे से तेज रफ़्तार आ रही कार (डीएल 6सी एम 4201) के चालक ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी और लगभग 100 मीटर दूर बाइक को अपने साथ घसीटकर लेते गए।
मौके पर ही दोनों की मौत
हादसे ने मौके पर ही सूरज और गोपाल दोनों की मौत हो गई। इसके बाद टक्कर मारने वाले कार सवार वहां से भाग गए। दोनों मृतकों के शव जिला अस्पताल में लाए गए। रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद गमगीन माहौल में स्वजनों ने उनका अंतिम संस्कार किया।
किटियानी में डुप्लेक्स तरफ भी देखी गई कार
सूत्रों पर यकीन करें तो टक्कर मारने के बाद भी कार सवार तेज से वायडी नगर थाने के सामने ही निकले थे और वन विभाग कार्यालय के पास से किटियानी तरफ जाने वाले रास्ते पर घुस गए। जहां विद्युत कंपनी के ग्रीड के सामने झुग्गी बस्ती तंग गली में चला गया था। यहां दुर्घटनाग्रस्त कार फंस गई थी। बता रहे हैं कि यहां कुछ पुलिसकर्मी भी पहुंच गए थे और कार को रोक भी लिया था। पर कार में सवार किसी युवक को देखकर छोड़ दियाफ। बाद में पाटीदार छात्रावास के यहां कार छोड़कर कार सवार दूसरे वाहन से चले गए। वाहन के पंजीयन नंबर के आधार पर बताया जा रहा है उसका दूसरा आनर चंद्रप्रकाश वासुदेव है।
दोनों परिवारों में छाया अंधेरा
दुर्घटना की जानकारी लगते ही मृतकों के परिवारों का बुरा हाल हो गया। दोनों ही युवक अपने-अपने घरों में इकलौते कमाने वाले थे। और छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी हैं जिन्हें यह भी नहीं पता कि सर से पिता का साया उठ गया हैं। पोस्टमार्टम के बाद दोनों युवकों का अंतिम संस्कार रविवार को किया गया।