Madhya pradesh ujjain officer said remove the offering plate priest of shaktipeeth harsiddhi temple said how will you maintain yourself: digi desk/BHN/उज्जैन/ शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर में शारदीय नवरात्र के पहले ही दिन चढ़ोतरी (भेंट) की राशि को लेकर प्रशासन व पुजारी आमने-सामने हो गए। प्रशासन का कहना है कि पुजारी चढ़ोतरी के लिए पाट पर रखी थाली को हटाएं तथा दान राशि भेंट पेटी में चढ़वाएं। इधर पुजारियों का कहना है कि मंदिर में चढ़ोतरी की थाली वंश परंपरा से रखी जा रही है, अगर थाली हटा देंगे तो परिवार का भरण-पोषण कैसे होगा।
रविवार को एसडीएम व तहसीलदार हरसिद्धि मंदिर पहुंचे तथा पुजारियों से चढ़ोतरी के लिए पाट पर थाली हटाने को कहा। अधिकारियों ने पुजारियों को बताया कि कलेक्टर के निर्देश हैं, आप थाली में चढ़ोतरी नहीं ले सकते हैं। दर्शनार्थियों से दान राशि भेंट पेटी में डलवाएं। इस पर पुजारी नाराज हो गए, उन्होंने अधिकारियों से कलेक्टर के लिखित आदेश दिखाने को कहा।
भेंट राशि से 200 परिवारों का होता है भरण-पोषण
पुजारियों ने अधिकारियों को बताया कि हरसिद्धि मंदिर में महाकाल की तरह पुजारी भेंट पेटी से हिस्सा नहीं लेते हैं। वंश परंपरा से वे पाट पर थाली रखते आए हैं, उसमें जो राशि प्राप्त होती है उस राशि को पांच परिवार आपस में बांट लेते हैं। इस राशि से ही करीब 200 सदस्यों का भरण-पोषण होता है। अगर नवरात्र में यह थाली भी हटा देंगे, तो परिवार को खिलाएंगे क्या।
बेनतीजा रही बात, सोमवार को फिर होगी चर्चा
पुजारियों ने यह भी कहा कि नवरात्र की सारी व्यवस्था जैसे मंदिर में रंगाई पुताई, लाइटिंग आदि का खर्च भी पुजारी उठाते हैं। शासन से किसी प्रकार की मदद नहीं लेते हैं। प्रशासन यहां भेंट पेटी की सारी राशि ले जाता है। दीप मालिका की बुकिंग की राशि भी प्रशासन के खाते में जाती है। हालांकि, अफसर पुजारियों की बात बेनतीजा रही। बताया जाता है सोमवार को इस मामले में फिर से बैठक होगी।