- मध्य प्रदेश के बड़े हिस्से में वर्षा से जन-जीवन अस्त-व्यस्त
- नदियां उफान पर, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर व गंभीर बांध के गेट खोले गए
- इंदौर-इच्छापुर मार्ग अवरुद्ध, नर्मदापुरम-खंडवा स्टेट हाईवे पर बंद है आवागमन
Madhya pradesh bhopal mp weather update life disrupted due to heavy rain in mp rivers in spate gates of dams opened: digi desk/BHN/भोपाल/शुक्रवार-शनिवार को भारी बारिश से मध्य प्रदेश के बड़े हिस्से में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शुक्रवार शाम से शुरू वर्षा का सिलसिला शनिवार को दिनभर जारी रहा। जमकर बरसे बादलों ने इंदौर शहर के हालात बिगाड़ दिए। यहां शुक्रवार शाम चार बजे से शनिवार शाम चार बजे तक 275 मिमी से ज्यादा वर्षा दर्ज की गई। शहर की 100 से ज्यादा निचली बस्तियां पानी में डूब गईं।
खोले गए बांधों के गेट
अंचल में भारी वर्षा के चलते इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोल दिए गए। इससे तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में पानी ही पानी हो गया। मोरटक्का में नर्मदा पुल के ऊपर पहुंच गई है। इस पुल से आवागमन बंद होने से इंदौर-इच्छापुर मार्ग अवरुद्ध हो गया। उज्जैन में शिप्रा नदी के उफान पर आने से गंभीर डैम के भी पांच गेट खोल दिए गए हैं।
उफान पर ताप्ती नदी
बुरहानपुर में भी ताप्ती नदी उफान पर है। हरदा जिले में गंजाल अजनाल नदी के पुल पर पानी होने से नर्मदापुरम-खंडवा स्टेट हाईवे शुक्रवार की रात करीब 10 बजे से बंद है, शनिवार शाम तक इस मार्ग पर आवागमन शुरू नहीं हो सका था। उधर, प्रदेश में शुक्रवार सुबह से शनिवार सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटों के दौरान बैतूल के भीमपुर ब्लाक क्षेत्र में सर्वाधिक 445 मिलीमीटर (17.51 इंच अथवा डेढ़ फीट) वर्षा दर्ज की गई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार को भी पूरे प्रदेश में वर्षा होने की संभावना है।
पटरी पर गिरे बोल्डर से टकराई दर्शन एक्सप्रेस
दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर रतलाम रेलमंडल के अमरगढ़-पंच पिपलिया स्टेशन के बीच शनिवार सुबह 6.48 बजे निजामुद्दीन-मिरज दर्शन एक्सप्रेस (12494) का इंजन व पावरयान बेपटरी हो गया। भारी वर्षा के कारण पहाड़ियों से गिरे पत्थर पटरी पर आ गए थे। लोको पायलट ने पत्थर देख इमरजेंसी ब्रेक लगाया, मगर पत्थर से टकराने के बाद इंजन व पीछे लगा पावरयान बेपटरी हो गया।
सूचना मिलते ही राहत दल मौके पर पहुंचा और करीब 10 घंटे बाद शाम 4.45 बजे परिचालन सामान्य हो पाया। रतलाम रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि इंजन को पटरी पर चढ़ाने के बाद सुबह 9.20 बजे ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया, जबकि राहत कार्य चलने तक दोनों छोर से आने वाली ट्रेनों को रतलाम, दाहोद सहित आसपास के स्टेशनों पर रोका गया। घटना की जांच की जा रही है।