National general shri ram janmabhoomi pran pratistha ceremony will start in ayodhya from 15 january 2024 langars willbe organized in entire city: digi desk/BHN/अयोध्या/ भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में उनके भव्य मंदिर का निर्माण कार्य अंतिम चरणों में है। इसके साथ ही भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मणजी और हनुमानजी की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। यह समारोह अगले वर्ष 2024 में 15 जनवरी से शुरू होगा और 24 जनवरी तक चलेगा। इस दौरान यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पूरे शहर में लंगर भी लगाए जाएंगे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व संघ परिवार ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देश और विदेश से बुलाए जाने वाले अतिथियों की सूची बनाना शुरू कर दी है। इस दौरान उनके लिए भोजन, आवास और आदि चीजों की व्यवस्था रहेगी, जिसके लिए तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। अयोध्या शहर में जगह-जगह टेंट लगाएं जाएंगे।
लंगर संचालकों से किया गया संपर्क
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था के लिए 2 दर्जन बड़े लंगर संचालकों से संपर्क किया गया है। वहीं इनमें से ज्यादातर खुद ही इस समारोह से जुड़ने की इच्छा जता चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक 15 लंगर संचालक अयोध्या में कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था संभालेंगे। इस दौरान पूरे शहर में अलग-अलग स्थानों पर लंगर लगाए जाएंगे। यहां पहुंचे वाले श्रद्धालु यहां आसानी से भोजन प्रसाद ले सकेंगे। 15 जनवरी से 24 जनवरी तक हर दिन हर लंगर में पांच से सात हजार श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था रहेगी।
लंगर संचालकों के साथ तैयार की रणनीति
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री पंकज सिंह और उनके सहयोगियों ने लंगर संचालकों से संपर्क किया है। इस दौरान सभी के नाम की सूची बनाकर लंगर किस तरह से संचालित किया जाना है, इसके लिए रणनीति बनाई गई है।
तीन स्थानोंं का चयन, भंडारगृह भी बनाया गया
ट्रस्टी डा. अनिल मिश्र के अनुसार अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान लंगर चलाने के लिए तीन स्थानो का चयन किया गया है। जिनमें मणिरामदासजी की छावनी का मंडप स्थल, कारसेवकपुरम और बागबिजेशी स्थलो को शामिल किया गया है। वहीं रामसेवकपुरम में भंडारगृह भी बनकर तैयार है। इसके साथ ही लंगर के लिए अन्य स्थानों का चयन किया जाएगा।