National general reactions on all political parties leaders on special parliament session: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ केंद्र सरकार द्वारा सितंबर में संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने की जानकारी मिलने के बाद मुंबई में बैठक कर रहे विपक्षी दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया आना शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह केंद्र सरकार घबराहट में यह कर रही है। घबराहट की वजह से ही लोकसभा से मेरी सदस्यता रद कर दी गई, यह विशेष सत्र इसी तरह की घबराहट का संकेत है।
केंद्र सरकार ने सितंबर महीने में संसद का 5 दिन का विशेष सत्र बुलाया है। यह सत्र 18 सितंबर से 22 सितंबर तक चलेगा।
प्रियंका चतुर्वेदी बोली- गणेश चतुर्थी के दौरान सत्र बुलाना हिंदू विरोधी
शिव सेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने संसद सत्र बुलाए जाने पर कहा कि जिस तरह से प्रह्लाद जोशी ने चोरी-चोरी, चुपके-चुपके संसद सत्र बुलाने का निर्णय लेकर ट्वीट किया है- मेरा सवाल है कि देश का एक बहुत बड़ा त्योहार गणेश चतुर्थी उस समय आ रहा है। प्रियंका चतुर्वेदी ने पूछा कि हम जानना चाहते हैं कि यह हिंदू विरोधी काम क्यों हो रहा है? यह फैसला किस आधार पर लिया गया है? क्या यही उनकी ‘हिन्दुत्ववादी’ मानसिकता है?
कांग्रेस नेताओं ने दी यह प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता ने कहा कि संसद के विशेष सत्र को लेकर हमें कोई जानकारी नहीं मिली। हमें सोशल मीडिया के माध्यम से सत्र के बारे में पता चला, हमें किसी भी तरह का नोटिस, पत्र या फोन करके इसकी जानकारी नहीं दी गई। उधर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र एस. हुड्डा ने कहा, पहले लोक सभा अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति के माध्यम से सदस्यों को सूचनाएं मिलती थीं, अब प्रह्लाद जोशी के सोशल मीडिया पोस्ट से पता चलता है। अब जब मानसून सत्र समाप्त हो गया है, तो सितंबर में इस सत्र की क्या वजह या तात्कालिकता है? सरकार बताए कि इस विशेष सत्र की वजह क्या है।