Wednesday , May 15 2024
Breaking News

RBI MPC Decisions: रेपो रेट 6.5% पर बरकरार; महंगाई बढ़ने की आशंका

Business rbi mpc decisions monetary policy meeting repo rate news shakti kant das on inflation gdp: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष (2023-24) के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। हालांकि, केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त FY24 के  लिए अपने मुद्रास्फीति के अनुमान को बढ़ाकर 5.1 प्रतिशत से 5.4 प्रतिशत कर दिया है। टमाटर और अन्य सब्जियां महंगी होने के कारण केंद्रीय बैंक ने मुद्रास्फीति के अनुमान में बढ़ोतरी की है। आइए जानते हैं एमपीसी की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर की ओर से की गई घोषणाओं की प्रमुख बातें।

  1. एमपीसी की बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में बताते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ी हुई मजबूती और स्थिरता का संकेत दे रही है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में चल रहे परिवर्तनकारी बदलाव से लाभ उठाने के लिए भारत विशिष्ट स्थिति में है।
  2. आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद कहा, ‘सभी प्रासंगिक पहलुओं पर विस्तृत विचार-विमर्श के बाद मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है।
  3. आरबीआई गवर्नर मौद्रिक नीति का संचरण अभी भी जारी है क्योंकि हेडलाइन मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत के लक्ष्य से अधिक बनी हुई है। एमपीसी मुद्रास्फीति पर सतर्क बनी रहेगी और महंगाई को को लक्षित स्तर पर लाने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ रहेगी।
  4. केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने कहा कि आने वाले समय में भारत आर्थिक वृद्धि के मोर्चे पर बाहरी चुनौतियों का सामना कर सकता है। दास ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था मुद्रास्फीति, भू-राजनीतिक अनिश्चितता और खराब मौसम की चुनौतियों का सामना कर रही है।
  5. दास ने कहा, ग्रामीण क्षेत्रों में एफएमसीजी की बिक्री में तेजी ग्रामीण मांग के शुरुआती वृद्धि को दर्शाती है। खरीफ की अच्छी फसल से और तेजी मिलने की उम्मीद है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि आगामी त्योहारी सीजन से निजी खपत और निवेश गतिविधियों को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
  6. रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। टमाटर की कीमतों में तेजी और अनाज, दालों की कीमतों में उछाल से महंगाई में वृद्धि हुई है। हालांकि, आने वाले समय में सब्जियों की कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद है। वाणिज्यिक क्षेत्र में संसाधनों का प्रवाह पिछले साल के 5.7 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर इस साल 7.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
  7. रिजर्व बैंक ने सब्जियों की कीमतों में गिरावट के कारण वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.1 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.4 प्रतिशत कर दिया है। रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में खुदरा मुद्रास्फीति 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। वित्त वर्ष 2023-24 में तीसरी तिमाही में 5.7 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 5.2 प्रतिशत महंगाई दर रहने का अनुमान जताया है।
  8. हाल के हफ्तों में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ी हैं और मांग और आपूर्ति की अनिश्चितताओं से इसका आगामी दृष्टिकोण अनिनिश्चित है। आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि कीमतों में स्थिरता के लिए उभरते रुझानों और जोखिमों में आपूर्ति पक्ष के निरंतर हस्तक्षेप की भूमिका आवश्यक है।
  9. 2000 रुपये के बैंक नोटों को वापस लेने और सरकार को लाभांश के कारण सरप्लस लिक्विडिटी का स्तर बढ़ गया है। आरबीआई गवर्नर के अनुसार भारतीय वित्तीय क्षेत्र स्थिर और लचीला रहा है जैसा कि निरंतर विकास के आंकड़ों में परिलक्षित हो रहा है। गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 
  10. नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) 4.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित है। शक्तिकांत दास के अनुसार उभरती और संभावित चुनौतियों से वित्तीय प्रणाली की रक्षा के लिए रिजर्व बैंक अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है।अप्रैल-मई के दौरान शुद्ध एफडीआई घटकर 5.5 अरब डॉलर रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 10.6 अरब डॉलर था। आरबीआई गवर्नर के अनुसार चालू वित्त वर्ष में चालू खाते का घाटा (CAD) नियंत्रण में रहेगा।
  11. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद कहा, “मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि हाल के वर्षों में वैश्विक अर्थव्यवस्था को लगे भारी झटकों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती और स्थिरता हासिल कर रही है।”
  12. भारतीय रुपया जनवरी 2023 से स्थिर बना हुआ है; विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है। आरबीआई ने फ्लोटिंग ब्याज दर वाले ऋणों पर ब्याज दर के पुनर्निर्धारण के लिए एक पारदर्शी प्रणाली स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।
  13. रिजर्व बैंक ने कर्जदारों को निश्चित ब्याज दर व्यवस्था अपनाने की अनुमति देने की रूपरेखा का प्रस्ताव किया है। उन्होंने कहा कि उदार नीति को वापस लेने पर रिजर्व बैंक ध्यान केद्रित करेगा। दास ने कहा भारतीय रिजर्व बैंक ने निकट संचार का उपयोग करके यूपीआई के ऑफलाइन भुगतान की अनुमति दी है। यूपीआई लाइट के जरिए भुगतान की सीमा 200 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये की गई।
  14. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद कहा, “वर्ष 2023-24 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। उसमें पहली तिमाही में 8 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.5 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 5.7 प्रतिशत महंगाई दर रहने का अनुमान है।
  15. मानसून की स्थिति के कारण बढ़ती मुद्रास्फीति पर चौकसी बढ़ी है। इससे महंगाई में कमी आई है, लेकिन काम अब भी पूरा नहीं हुआ है। भारतीय वित्तीय क्षेत्र स्थिर और लचीला रहा है, जैसा कि निरंतर विकास के आंकड़ों में परिलक्षित हो रहा है।

About rishi pandit

Check Also

तेलंगाना में सड़क दुर्घटना में 6 लोगों की मौत, कई घायल

बापटला आंध्र प्रदेश के बापटला जिले में हैदराबाद-विजयवाड़ा हाइवे पर एक भीषण एक्सीडेंट की खबर …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *