उमरिया, भास्कर हिंदी न्यूज़/बांधवगढ़ ने मध्यप्रदेश को सबसे ज्यादा 41 बाघों की बढ़त दी है। 29 जुलाई को जारी किए गए राष्ट्रव्यापी चार वर्षीय बाघ गणना के आंकड़ों ने बांधवगढ़ का सिरमोर बना दिया है। बांधवगढ़ में कुल 165 बाघों के होने के चिन्ह पाए गए हैं और इस संख्या के साथ बांधवगढ़ देश का सबसे ज्यादा बाघों वाले टाइगर रिजर्व में चौथे नंबर पर पहुंच गया है।
देश भर के अन्य टाइगर रिजर्व की स्थिति
पिछली गणना यानी वर्ष 2018 में यहां बाघों की संख्या 124 थी। बांधवगढ़ से ज्यादा बाघ देश के सिर्फ तीन टाइगर रिजर्व में हैं जिनमें एक उत्तराखंड में और दो कर्नाटक में हैं। उत्तराखंड का कार्बेट टाइगर रिजर्व 319 बाघों के साथ देश का नंबर एक टाइगर रिजर्व है। जबकि कर्नाटक का बांदीपुर 191 बाघों के साथ दूसरे नंबर पर और नागरहोल टाइगर रिजर्व 185 बाघों के साथ तीसरे नंबर पर है।
प्रदेश के टाइगर रिजर्व की नई संख्या
मध्यप्रदेश में अब बाघों की संख्या 785 हो गई है और टाइगर रिजर्व के बाघों की संख्या का आंकड़ा भी इसके साथ बदल गया है। बांधवगढ़ में 165, कान्हा टाइगर रिजर्व में 129, पन्ना टाइगर रिजर्व में 64, पेंच टाइगर रिजर्व में 123, सतपड़ा टाइगर रिजर्व में 62 और संजय धुबरी टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 20 हो गई है। यहां खास बात यह है कि स्टीमेशन के दौरान दस प्रतिशत का मार्जिन भी रखा जाता है। यानी यह संख्या दस प्रतिशत कम और ज्यादा भी हो सकती है।
बांधवगढ़ में हर्ष
टाइगर स्टीमेशन की रिपोर्ट जारी होने के बाद बांधवगढ़ में हर्ष का माहौल छा गया। टाइगर डे के अवसर पर बांधवगढ़ में सुबह से ही कार्यक्रमाें का आयोजन किया जा रहा था और इसी दौरान रिपोर्ट प्राप्त होने पर यहां मनाई जा रही खुशियां दोगुनी हो गई। फील्ड डायरेक्टर राजीव मिश्रा ने कहा कि बांधवगढ़ को मिला यह गौरव सभी के समन्वित प्रयास से प्राप्त हुआ है। उन्होंने इस अवसर पर सभी का आह्वान किया और कहा कि बाघों की सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी है।
शहीद स्मारक का लोकार्पण
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में नव निर्मित वन शहीद स्मारक का लोकार्पण किया गया। इस दौरान क्षेत्र संचालक राजीव मिश्रा द्वारा स्मारक का अनावरण किया गया एवं वन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जंगल की सुरक्षा के दौरान शहीद होने वालों को हर साल श्रद्धांजलि दी जाती है और अब वह कार्यक्रम इसी स्माकर पर हुआ करेगा। स्मारक के लोकार्पण के बाद अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर क्षेत्र संचालक एवं स्थानीय जन प्रतिनिधि द्वारा जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
बाघ के हमले में मरने वालों के स्वजनों को सहायता
टाइगर डे पर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने एक अनूठी पहल की है। पिछले एक साल में बाघ के हमले में मरने वालों के स्वजनों को पार्क प्रबंधन ने न सिर्फ सम्मनित किया है बल्कि उन्हे आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई है। इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार पिछले एक साल में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ के हमले में कुल 11 लोगों की मौत हुई थी। घटना में मरने वाले सभी लोगों के स्वजनों को बांधवगढ़ वर्कर्स सोसाइटी द्वारा शाल श्रीफल एवम एवं 25 हजार रूपये क सहायता राशि देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान मृतकों के स्वजनों ने बाघों की सुरक्षा के संकल्प को दोहराया और अपना हर संभव सहयोग देने की बात कही।
जंगल की आग बुझाते जल गई थी बाइक, मिली सहायता
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर वन रक्षक आनंद मरावी को भी सहायता राशि प्रदान की गई है। आनन्द मरावी की बाइक उस समय जलकर राख हो गई थी जब वह इसी साल जंगल में लगी आग बुझाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। यह घटना 09 मई 2023 को वन अग्नि बुझाते समय हुई थी। आनन्द मरावी को बांधवगढ़ वर्कर सोसाइटी के सौजन्य से क्षेत्र संचालक महोदय द्वारा रुपये 90 हजार रूपये की सहायता राशि प्रदान की गई है ताकि वे अपने लिए नई बाइक खरीद सकें।