National, Will present our view on manipur incident in parliament says union minister rijiju: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर की घटना पर संसद में तथ्य पेश करेगी। उन्होंने उस वायरल वीडियो पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया जिसमें दो महिलाओं की परेड कराई गई। कांगपोकपी जिले में चार मई को हुई घटना को लेकर किसी विवाद में पड़ने से इनकार करते हुए उन्होंने संकेत दिया कि संसद के बाहर इस मुद्दे पर चर्चा करना अनुचित होगा।
उन्होंने कहा, ‘संसद में जिन भी मामलों पर चर्चा होनी है, हम अपना दृष्टिकोण रखेंगे। पूर्वोत्तर में राज्य में महिलाओं को निर्वस्त्र किए जाने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर उन्होंने पत्रकारों से कहा, मैं इस मामले में अभी बाहर कुछ नहीं कह सकता। मैं यहां (आज) रोजगार मेले के लिए आया हूं। मैं कोई (अन्य) टिप्पणी नहीं करूंगा।
मणिपुर पुलिस ने चार मई की घटना के सिलसिले में करीब 19 साल के पांचवें आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि महिलाओं को छोड़ने से पहले उनका यौन उत्पीड़न किया गया था। इस भयावह घटना का 26 सेकंड का एक वीडियो बुधवार को सामने आया।
राज्य में तीन मई को जातीय हिंसा भड़कने के बाद से 160 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और कई घायल हुए हैं। हिंसक झड़पे तब शुरू हो गईं थीं जब मैतई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ का आयोजन किया गया था।
मणिपुर की आबादी में मैतई समुदाय की हिस्सेदारी करीब 53 फीसदी है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि आदिवासी, जिनमें नगा और कुकी शामिल हैं, 40 फीसदी हैं और ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं।