भोपाल. बाबा नगर शाहपुरा में आठवीं के छात्र 15 साल के आयुष चढार ने 26 अगस्त को फांसी लगाकर जान दे दी थी। उसके फोन की जांच से पता चला कि वह और उसके दो नाबालिग दोस्त मिलकर फ्री फायर नाम से एक ऑनलाइन गेम खेलते थे। ये एक मिशनरी स्कूल के छात्र हैं। इनमें से एक दोस्त ने आयुष के साथ मिलकर अपने दादा के बैंक खाते से पचास हजार रुपये की ऑनलाइन खरीदारी गेम के हीरो की बंदूक, कपड़े और गिफ्ट के लिए की थी। जब उस लड़के की मां को इसका पता चला तो उसने आयुष से बात कर फोन पर फटकार लगाई थी। इसके बाद आयुष ने दहशत में आकर अपनी जान दे दी थी।
जांच अधिकारी एसआई रिंकू जाटव का कहना है कि घटना के बाद पिता ने भी आरोप लगाए थे कि आयुष को किसी महिला ने धमकाया था। इस कारण उनके बेटे ने खुदकुशी की है। जांच के बाद आरोपित महिला सुमनलता राठौर पर नाबालिग को खुदकुशी के लिए उकसाने की एफआईआर दर्ज की गई है। इधर सायबर के जानकार एसके मिश्रा का कहना है कि आयुष साइबर बुलिंग (ऑनलाइन धमकाने) का शिकार हुआ है। इससे उसकी जान चली गई। राजधानी में इस तरह का यह पहला मामला है।