National old parliament house will become history design inspired by chausath yogini temple know about of indian parliament: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ देश को जल्द ही नया संसद भवन मिलने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई (रविवार) को संसद भवन की नई इमारत का लोकार्पण करेंगे। नया संसद भवन 971 करोड़ की लागत से बना है। वर्तमान संसद भवन से कई मामलों में अलग है। नए संसद भवन के शुरू होते ही मौजूदा संसद भवन इतिहास बनकर रह जाएगा।
पुराने संसद में कितने सांसद बैठते हैं
मौजूदा संसद भवन में 550 सांसदों के बैठने की जगह है। नई बिल्डिंग की लोकसभा में 888 सीटें हैं। साथ ही नए भवन में राज्यसभा सांसदों के लिए बैठने की जगह भी बढ़ा दी गई है। फिलहाल राज्यसभा में सांसदों की बैठने की जगह 250 है। वहीं, नए भवन की राज्यसभा में 384 सांसदों के बैठने की जगह होगी।
संसद भवन का निर्माण कब हुआ था
जहां एक तरफ भारत में आजादी का आंदोलन चल रहा था। वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली में ब्रिटिश सरकार हाउस ऑफ पार्लियामेंट का निर्माण करा रही थी। ड्यूक ऑफ कनॉट ने 12 फरवरी, 1921 को इस इमारत की नींव रखी थी।
संसद भवन कहां स्थित है
संसद भवन इंडिया गेट के पास और राष्ट्रपति भवन से 750 मीटर की दूरी पर स्थित है। भारत जब स्वतंत्र हुआ तो संविधान सभा ने इसे अपने अधिकार में ले लिया था। 1950 में संविधान लागू होने के बाद इसे भारतीय संसद का रूप दिया गया था।
पुराने संसद भवन की लागत कितनी है
संसद भवन के बाहर 144 स्तंभ हैं। पूरी इमारत को बनाने में करीब 6 साल लगे थे। इसके निर्माण में 83 लाख का खर्च आया था।
पुराने संसद भवन का डिजाइन किसने तैयार किया था
ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर ने संसद भवन की डिजाइन तैयार की थीं। भवन की गोलाई का आकार मध्यप्रदेश के मुरैना स्थित चौंसठ योगिनी मंदिर से प्रेरित है।
संसद भवन का उद्घाटन किसने किया था
संसद भवन उत्कृष्ट वास्तुकला का नमूना है। इसमें 12 दरवाजे हैं। संसद भवन 1921 में बनकर तैयार हुआ था। तब भारत के वायसराय लॉर्ड इरविन थे। इरविन ने 18 जनवरी 1927 को इस भवन का उद्घाटन किया था।