एसडीएम-तहसीलदार एवं सीडीपीओ पहुंचे थे सुरांगी गांव
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कुपोषण से जूझते मझगवां ब्लाक के अफसरों में अब जाकर थोड़ी सक्रियता दिखी। कुपोषित किशन को अपने हाल पर छोड़ जुचे अफसरों की नींद आलोचना के बाद खुली और माता-पिता की काउंसलिंग करने सुरांगी पहुंच गए। एसडीएम जितेन्द्र सिंह, तहसीदार सौरभ द्विवेदी तथा सीडीपीओ राजेन्द्र बांगरे तथा अन्य अधिकारी सुरांगी गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंंने किशन मवासी के पिता शिवचरण मवासी को समझाइश दी। बताया जाता है कि तीन से चार घंटे तक समझाने के बाद परिवार इलाज के लिए राजी हुआ। जिसके बाद बच्चे को जिला अस्पताल लाया गया और पीकू वार्ड में भर्ती करा दिया गया। डॉक्टरों के द्वारा उसका परीक्षण किया जा रहा है।माना जा रहा है कि बच्चे को बेहतर इलाज के लिए जबलपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया जाएगा।
शरीर से बड़ा सिर
किशन मवासी की उम्र चार साल है। उसके शरीर का वजन बेहद कम है। साइज में शरीर से बड़ा सिर दिखाई दे रहा है। किशन को दो महीने पहले चित्रकूट जानकीकुंड ले जाया गया था। जहां इलाज के बाद मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर किया गया था। हालांकि पिता लेकर नहीं गया। उधर महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी इस मामले में शांत हो गए। जब मीडिया में आलोचना का दौर शुरू हुआ तो अब उसे जिला अस्पताल लाया गया।
बच्चों को चिंहित करने चलेगा अभियान
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र विकासखंड के गांव में बीमार और कुपोषित बच्चों को चिंहित करने का अभियान शनिवार को चलाया जाएगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने परियोजना चित्रकूट क्रमांक 1 में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। देवलहा, कानपुर , पटनी, रोहनिया, पटना, गोडान टोला, भट्टन टोला, रमपुरवा, बरूआ कोलान, मटिया चुआं, महुलीखेर, लोखरिहा, बरहा मवान, सुआ पहाड़ी, मोटवा और दलेला में अभियान चलाया जाएगा।