National the portals of badrinath dham will open on thursday morning and the temple has been decorated with flowers: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ गुरुवार की सुबह 7:10 बजे बद्रीनाथ धाम के कपाट खुल जाएंगे। इसके लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। धाम को फूलों से सजाया गया है। आपको बता दें कि चारधाम तीर्थ यात्रा सर्किट में चार मंदिर होते हैं – गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ। इनमें से गंगोत्री, यमुनोत्री और बाबा केदारनाथ के कपाट पहले ही खुल चुके हैं। गुरुवार को बाबा बद्रीनाथ के कपाट खुलने के बाद चार धामा यात्रा पूरी तरह से शुरु हो जाएगी।
बद्रीनाथ धाम की महत्ता
मान्यता है कि यह वो मंदिर है जहां बारहों महीने भगवान विष्णु जहां विराजमान होते हैं। सृष्टि के आठवें बैकुंठ धाम को बद्रीनाथ के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि भगवान विष्णु यहां 6 महीने विश्राम करते हैं और 6 महीने भक्तों को दर्शन देते हैं। आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ रावल श्री ईश्वर प्रसाद नंबूदरी जी के साथ संत-महात्माओं की टोली यहां पहुंच चुकी है। संतों की यही टोली सुबह 7:10 पर बद्रीनाथ बाबा के कपाट खोलेगी, जिसके बाद श्रद्धालु भी भगवान विष्णु के दर्शन कर सकेंगे।
यात्रियों के लिए व्यवस्था
बद्रीनाथ धाम से पहले रास्तों का कायाकल्प किया गया है। सड़कें पहले के मुकाबले ज्यादा चौड़ी हो चुकी हैं। यहां सीमा सड़क संगठन की ओर से पीपीपी की तर्ज पर एक रेस्टोरेंट भी बनाया जा रहा है। अगले 2 दिनों में यह रेस्टोरेंट तैयार हो जाएगा और बद्रीनाथ की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर क्वालिटी का खाना मिलेगा। बद्रीनाथ धाम के अंदर भी जगह-जगह निर्माण कार्य और तैयारियां जोरों शोरों पर हैं। दुकान प्रतिष्ठान खुल चुके हैं और लोग कपाट खुलने की तैयारियों में जुटे हैं। उत्तराखंड के कई हिस्सों में बर्फबारी और बारिश की आशंका है, इसलिए श्रद्धालुओं को मौसम को लेकर तैयार रहना चाहिए।