Anand mohan bihar don released from jail got the news during son engagement: digi desk/BHN/पटना/ बिहार में गैंगस्टर से नेता बने आनंद मोहन को जेल से रिहा कर दिया गया है। उसे यह खबर तब मिली जब वह सोमवार को पटना में अपने बेटे की सगाई समारोह में शामिल होने जा रहे थे। नीतीश कुमार सरकार ने 10 अप्रैल को उनकी रिहाई के लिए जेल नियमों में बदलाव किया था।आनंद मोहन अपने बेटे की सगाई के सिलसिले में तीसरी बार पैरोल पर जेल से बाहर आया था। वह करीब 30 साल पुराने हत्या के मामले में जेल से छूटा है। 1994 में आनंद मोहन ने गोपालगंज के जिलाधिकारी जी कृष्णैया की लिंचिंग में भीड़ का नेतृत्व किया था।
नीतीश सरकार ने जारी किया था आनंद मोहन की रिहाई का आदेश
इससे पहले सोमवार को पूर्व सांसद आनंद मोहन को रिहा करने का आदेश जारी हो गया है। आनंद मोहन के साथ एक दर्जन जेलों में बंद 27 बंदियों को मुक्त करने का आदेश दिया गया है।
विधि विभाग के आदेश के अनुसार 20 अप्रैल को राज्य दंडादेश परिहार पर्षद की बैठक में 14 वर्षों तक जेल में समय गुजारने वाले आजीवन कारावास प्राप्त बंदियों को मुक्त किए जाने की अनुशंसा राज्य सरकार से की गई थी। इसके बाद 27 बंदियों को मुक्त करने का निर्णय लिया गया है।बता दें, चौदह साल की जेल की सजा पूरी होने के बावजूद आनंद मोहन को सरकारी सेवक की हत्या का दोषी होने के कारण रिहाई नहीं मिल पा रही थी। राज्य सरकार ने इसी माह दस अप्रैल को जेल मैनुअल के परिहार नियमों में बदलाव को कैबिनेट की स्वीकृति दी थी। बदलाव के बाद काम के दौरान सरकारी सेवकों की हत्या करने वाले बंदियों को भी स्थायी रूप से छोड़ने का रास्ता साफ हो गया था। शर्त यह भी रखी गई है कि रिहा होने वाले बंदी कारावास अवधि के दौरान अच्छा आचरण रखते हों।