21 अप्रैल 2023 का दैनिक पंचांग: हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आइए जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।
तिथि | प्रतिपदा | 08:31 तक |
नक्षत्र | भरणी | 23:02 तक |
करण | बावा बालवा | 08:31 तक 20:10 तक |
पक्ष | शुक्ल | |
वार | शुक्रवार | |
योग | प्रीति | 11:00 तक |
सूर्योदय | 05:53 | |
सूर्यास्त | 18:46 | |
चंद्रमा | मेष | |
राहुकाल | 10:43 − 12:20 | |
विक्रमी संवत् | 2080 | |
शक सम्वत | 1944 | |
मास | वैशाख | |
शुभ मुहूर्त | अभिजीत | 11:54 − 12:45 |
राशिफल
मेष- पंचग्रही योग गुरु, चंद्र, सूर्य, बुध व राहु की युति बड़ी योजना को बल देता है। बड़ी सोंच, बड़ा कार्य के लिए उत्तम प्रयास होगा।
वृषभ-पंचग्रही योग के कारण बहन या भाई, अधीनस्थ कर्मचारी से कष्ट मिल सकता है। झगड़ा-विवाद से बचें, जबकि जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।
मिथुन-चल या अचल संपत्ति के मामले में परेशानी मिल सकती है। आर्थिक मामलों में जोखिम न उठाएं। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होगा।
कर्क-पंचग्रही योग राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति कराएगा। सामाजिक क्षेत्र में सकरात्मक प्रयास सार्थक होगा।
सिंह-पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है। व्यावसायिक योजना फलीभूत होगी। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।
कन्या-आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होगा। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी।
तुला-पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में प्रगति होगी।
वृश्चिक-सामाजिक कार्यों में प्रगति होगी। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। पारिवारिक कार्यों में व्यस्तता बढ़ेगी।
धनु-उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। किसी कार्य के संपन्न होने से आपका प्रभाव बढ़ेगा।
मकर-रचनात्मक प्रयास फलीभूत होगा। शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। दूसरों से सहयोग लेने में सफलता मिलेगी।
कुंभ-अधीनस्थ कर्मचारी, मित्र या भाई का सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक मामलों में प्रगति होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
मीन- पंचग्रही योग प्रगति में सहायक होंगे। स्वास्थ्य में सुधार होगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। रिश्तों में निकटता आएगी।