15 अप्रैल 2023 का दैनिक पंचांग: हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आइए जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।
तिथि | दशमी | 23:13 तक |
नक्षत्र | श्रवण धनिष्ठा | 07:35 तक 29:51 तक |
करण | वणिज विष्टि | 10:00 तक 20:45 तक |
पक्ष | कृष्ण | |
वार | शनिवार | |
योग | साध्य शुभ | 06:32 तक 27:23 तक |
सूर्योदय | 05:57 | |
सूर्यास्त | 18:45 | |
चंद्रमा | कुम्भ | 18:44 तक |
राहुकाल | 09:09 −10:45 | |
विक्रमी संवत् | 2080 | |
शक सम्वत | 1944 | |
मास | चैत्र | |
शुभ मुहूर्त | अभिजीत | 11:57 − 12:45 |
राशिफल
मेष– वाणी पर संयम रखें। विष योग होने के कारण अपनो से ही तनाव मिल सकता है। व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
वृषभ-आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होगा।
मिथुन-जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी। धन, सम्मान, यश, कीर्ति में वृद्धि होगी। राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति हो सकती है।
कर्क-स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। पारिवारिक समस्या से ग्रसित हो सकते हैं। संतान या शिक्षा के कारण चिंतित रहेंगे।
सिंह-दांपत्य जीवन सुखमय होगा। ससुराल पक्ष से मतभेद हो सकते हैं। संतान या शिक्षा के कारण चिंतित रहेंगे।
कन्या-पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। संतान या शिक्षा के कारण चिंतित हो सकते हैं।
तुला-आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। बुद्धि कौशल से किया गया कार्य संपन्न होगा। जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी।
वृश्चिक-आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। धन, सम्मान, यश, कीर्ति में वृद्धि होगी। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी।
धनु-उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। मैत्री संबंध प्रगाढ़ होंगे। अधीनस्थ कर्मचारी, भाई या बहन से तनाव मिल सकता है।
मकर-आर्थिक मामलों में सुधार होगा। जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी। रिश्तों में निकटता आएगी। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी।
कुंभ-वाणी पर संयम रखें। विष योग के कारण अपनों से विवाद हो सकता है। आर्थिक मामलों में सुधार होगा।
मीन-रचनात्मक प्रयास फलीभूत होगा। संतान या शिक्षा के कारण चिंतित रहेंगे। जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी।