मैहर स्थित माता शारदा के दरबार में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर प्रतिदिन लाखों भक्तों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। भक्ति भाव में डूबे श्रद्धालु मां भगवती के जयकारे लगाते हुए माई की देहरी पर मत्था टेकने के लिए पहुँच रहे हैं। माता रानी के दरबार के कुछ विहंगम द्र्श्य छायाकार सजल गुप्ता ने अपने कैमरे में क्लिक किये हैं. आप भी देखिये माई के दरबार में आस्थ का समंदर।
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ चैत्र नवरात्रि में मैहर स्थित माँ शारदा के धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है. नवरात्रि के तीसरे दिन शुक्रवार को तक़रीबन 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में मत्था टेका। चैत्र नवरात्र में मां शारदा के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं का तांता मैहर में लगता है। रेल बस और सड़क मार्ग से हजारों श्रद्धालु मां शारदा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। चैत्र नवरात्र के पहले ही दिन मैहर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। यह सिलसिला आज भी जारी है। ब्रह्ममुहूर्त में माता की महाआरती की गई और उन्हें भोग चढ़ाया गया।
हिन्दू मान्यता के अनुसार भारत में अदि शक्ति मां जगदम्बा को शक्ति स्वरूपा माना जाता है और उनकी पूजा अर्चना के विशेष दिन नवरात्र को माना गया है जहां मां के नौ रूप की पूजा अर्चना नौ दिनों तक की जाती है।
पूरे विश्व में मां के 52 शक्तिपीठ हैं जहां नवरात्र में अनोखा दृश्य देखने को मिलता है। शिव पुराण में वर्णन है कि माता सती ने अपमान की आग में जब खुद को यक्ष के हवन कुंड में झोंक दिया था तो इससे विचलित होकर भगवन शिव माता सती के पार्थिव शरीर को लेकर पूरे ब्रम्हांड में घूमने लगे और उनके शरीर को त्याग ही नहीं रहे थे। तब भगवान विष्णु को अपने चक्र सुदर्शन से माता सती के पार्थिव सरीर के टुकड़े करने पड़े।
600 फीट की ऊंचाई पर मंदिर
सतना जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर मैहर तहसील में मां शारदे त्रिकूट पर्वत पर 600 फीट की ऊंचाई पर विराजमान हैं। यहां श्रद्धालु देश भर से माई के दर्शन को पहुंचते हैं। पहाड़ी में पहुंच मार्ग जहां कभी पगडंडी हुआ करती थी वहीँ आज 1064 सुगम सीढ़ियां है। इसके अलावा वेन सुविधा के साथ सरल सुगम रोपवे संसाधन है जिससे लाखो की संख्या में श्रद्धालु दर्शन को पहुंच रहे है।
मेला क्षेत्र में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के इंतजाम मुकम्मल कर लिए गए हैं। मेला क्षेत्र में 1 हजार जवानों की तैनाती के साथ ही ड्रोन कैमरों से निगरानी का इंतजाम किया गया है। रेलवे ने भी दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए मेला स्पेशल ट्रेन के संचालन के अलावा नवरात्रि पर 94 ट्रेनों का स्टॉपेज मैहर में तय किया है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुख्ता व्यवस्था
मेला क्षेत्र में जगह – जगह मेडिकल टीम की तैनाती कर बूथ बनाये गए हैं जहां आवश्यक दवाओं का इंतजाम किया गया है। पेयजल एवं विश्राम स्थलों की व्यवस्था की गई है। मेले की भीड़ में अपनों से बिछड़ने वालों के लिए खोया-पाया केंद्र बनाया गया हैं और लोगों की मदद के लिए कार्यकर्ताओं की कई टीमें भी लगाई गई हैं।
मैहर मेला क्षेत्र को सुरक्षा के लिहाज से 8 सेक्टरों में बांटा गया है। गर्भ गृह में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी 3 पाली में लगाई गयी है जबकि अन्य पाइंट्स पर 2 पालियों में पुलिस जवान ड्यूटी दे रहे हैं। रिजर्व इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश मिश्रा ने बताया कि मेला ड्यूटी के लिए जबलपुर,सागर,बालाघाट और रीवा जोन से पुलिस कर्मियों को बुलाया गया है। एसएएफ की 6 कंपनियां तैनात की गयी हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक हजार पुलिस कर्मी जिनमे 2 एडिशनल एसपी,13 डीएसपी,30 इंस्पेक्टर और 70 सब इंस्पेक्टर तैनात किये गए हैं । समूचे मेला परिसर में ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है।