MP news the chief minister shivraj singh chouhan celebrated the new year festival with dear sisters: digi desk/BHN/ भोपाल / राज्य के खजाने पर बहनों का भी हक है। लाड़ली बहना योजना की राशि प्रतिमाह सीधे बहनों के खाते में जाएगी। बहनों के खातों की जानकारी ली जा रही है। इसके लिए कोई पैसा मांगे या गड़बड़ी करे तो सीधे सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायत करें। ऐसे व्यक्तियों को जेल भेजूंगा। मुझे बहनों की जिंदगी बदलने के लिए ईश्वर ने मुख्यमंत्री बनाया है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहनों के संग-नव संवत्सर पर्व कार्यक्रम मनाते हुए गुरुवार को भोपाल में कही।
मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मैं बहनों की आंखों में आंसू नहीं, सशक्त आत्म-विश्वास से भरी मुस्कान देखना चाहता हूं। मैं भाई के रूप में अपनी बहनों से बात कर रहा हूं। यह वास्तविकता है कि मां, बहन, बेटियों के साथ अन्याय हुआ है।उन्होंने कहा कि यह भी वास्तविकता है कि समाज की मानसिकता के कारण बेटियों को कोख में ही मार दिया जाता था और समाज में बहन-बेटियों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनकर रहने के लिए मजबूर होना पड़ता था। इस स्थिति को बदलने के लिए ही हमारी सरकार ने बहन-बेटियों को सशक्त बनाने और उनके कल्याण के लिए योजनाएं आरंभ की। महिलाओं को स्थानीय निकायों और पंचायतों में 50 प्रतिशत आरक्षण देकर उनके राजनीतिक सशक्तीकरण की दिशा में प्रभावी प्रयास किया।सीएम ने कहा कि पुलिस भर्ती में 33 प्रतिशत स्थान महिलाओं के लिए आरक्षित करने का निर्णय भी लिया गया, क्योंकि मुझे विश्वास था कि बेटियों के हाथ में बंदूक और डंडा दूंगा तो वे गुंडों की अकल ठिकाने लगा देंगी। अब हर वार्ड और गांव में लाड़ली बहना सेना गठित की जाएगी। यह सेना बहनों के साथ अन्याय नहीं होने देगी। एक अप्रैल से प्रदेश में शराब की दुकानों के पास चलने वाले अहाते बंद कर दिए जाएंगे। यह एक प्रकार का नैतिक प्रतिबंध है।
योजना से महिलाओं को मिलेगी वित्तीय सुरक्षा : रूचिका
कार्यक्रम में महिला उद्यमी रूचिका सचदेवा ने कहा कि लाड़ली बहना योजना से महिलाओं को वित्तीय सुरक्षा मिलेगी और उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। निर्भया फाउंडेशन की सबा खान ने कहा कि बहनें आर्थिक हिंसा से भी पीड़ित रहती हैं। इस योजना से बहनों को हिंसा से मुक्त होने में मदद करेगी। योजना की हितग्राही रोहणी उइके और नेहा चौहान ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रोहणी उइके को सिलाई मशीन उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। शुभारंभ बहनों का शाल, श्रीफल और पुष्प-गुच्छ से सम्मान कर किया गया।