MP weather update rain and hailstorm in many areas of madhy pradesh damage to crops: digi desk/BHN/भोपाल/मार्च के महीने में मध्य प्रदेश में मानसून जैसा माहौल बन गया है। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर छह मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। उनके प्रभाव से बादल छा गए हैं। साथ ही कई क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने के साथ वर्षा भी हुई। बिजली गिरने से धार, नर्मदापुरम, सागर, बैतूल, रायसेन और अशोकनगर जिले में आठ लोगों की मौत हो गई।
शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रतलाम में 15, रायसेन में तीन, नरसिंहपुर में एक, उज्जैन में 0.6, नर्मदापुरम में 0.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जबलपुर, भोपाल और मलाजखंड में बूंदाबांदी हुई। बेमौसम आंधी–पानी से खेतों में खड़ी व काटकर रखी फसलों को भारी नुकसान होने का अनुमान है।प्रदेश के मालवा- निमाड़ अंचल में शुक्रवार दिन भर मौसम खराब रहा। सुबह से ही झाबुआ, रतलाम, मंदसौर सहित कई स्थानों पर कहीं तेज तो कहीं हल्की वर्षा हुई। वहीं आलीराजपुर सहित कुछ स्थानों पर दोपहर में भी वर्षा हुई। कहीं-कहीं ओले भी गिरे। इससे खेतों में खड़ी फसलें जहां आड़ी पड़ गईं, वहीं काटकर रखी फसलें गीली हो गईं।
ग्वालियर- चंबल अंचल के शिवपुरी, दतिया और ग्वालियर के ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार दोपहर ओलावृष्टि हुई। कई जगहों पर लगभग 15 मिनट तक गिरे ओलों से सड़कों पर उनकी परत बिछ गई। बीते एक हफ्ते से थोड़े-थोड़े अंतराल में बिगड़ रहे मौसम ने किसानों का नुकसान बढ़ा दिया है। कृषि विज्ञानी डा. एमके भार्गव का कहना है कि इस समय ओलावृष्टि फसल के लिए काफी नुकसानदायक है। किसानों के खेतों में मसूर, धनिया सहित सरसों की फसल खड़ी या कटी पड़ी है जिसमें नुकसान का अनुमान है।