MP news allegations of distribution of poor quality material in chief minister kanyadan yojana: digi desk/BHN/भोपाल/ विधानसभा में सोमवार को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में गुणवत्ताहीन सामग्री बांटे जाने का मुद्दा उठा। कांग्रेस के डा. विजय लक्ष्मी साधौ ने प्रश्नकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि मैंने स्वयं जांच की और गड़बड़ी की शिकायत की, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जिन अधिकारियों की समिति ने तय किया कि क्या सामग्री आएगी, उन्होंने ही जांच करके क्लीनचिट दे दी। विभागीय मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि जांच में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई, लेकिन विधायक इससे संतुष्ट नहीं हुईं और उच्च स्तरीय जांच की घोषणा पर अड़ गईं। संसदीय मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पूरे मामले की जांच करा लेंगे।
साधौ ने कहा कि जब मैंने स्वयं सामग्री देखी तो गुणवत्ता का पता चला। क्राउन कंपनी की टीवी का डिब्बा था, पर उसे खोलकर देखने पर पता ही नहीं चला कि टीवी किस कंपनी का है। बर्तन भी छोटे बच्चों वाले दे दिए। हितग्राहियों के स्वजनों ने भी शिकायत की।
इस पर विभागीय मंत्री ने कहा कि शिकायत की जांच संयुक्त जांच दल बनाकर कराई गई थी। सभी वर-वधुओं को पूरी सामग्री प्रदाय की गई और उन्होंने संतुष्टि भी जताई। जब डा. साधौ ने जांच दल के सदस्यों के नाम पूछे तो मंत्री नहीं बता पाए और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने स्थिति को संभालते हुए कहा कि आयोजन के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति होती है।
स्थानीय अधिकारी समिति में रहते हैं। जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह ने कहा कि अगर सामान में गड़बड़ी थी तो हमने उसे बंटने नहीं दिया। आपकी सरकार होती तो बंट गई होती। काफी देर तक इस विषय पर जब दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चलता रहा तो संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी
।डा. वीनू सिंह और डा. सोनल अग्रवाल के विरुद्ध होगी कार्रवाई
विधानसभा में भाजपा विधायक शरदेन्दु तिवारी ने श्यामशाह मेडिकल कालेज में अव्यवस्थाओं का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अनिता मिश्रा 10 जनवरी को भर्ती हुई थी। उन्हें स्त्री एवं प्रसूति वार्ड में भेजा गया। वहां के ड्यूटी डाक्टर उनको निजी अस्पताल में जाने के लिए कहते हैं और वहां आपरेशन करते हैं। बहुत सारे जनप्रतिनिधियों ने भी इसके संबंध में डीन को फोन किया था कि इनकी जांच होनी चाहिए। निजी अस्पताल में वही डाक्टर उनका आपरेशन करती हैं, जो उस दिन ड्यूटी पर थीं। यह कोई पहली घटना नहीं है। इसके पहले भी इस संबंध में प्रश्न उठाया जा चुका है।
इस पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि हमने जांच कराई थी। समिति ने माना है कि वहां पर गड़बड़ी हुई थी। इस आधार पर रीवा कमिश्नर को गायनिक डिपार्टमेंट की डाक्टर वीनू सिंह के विरुद्ध कार्यवाही करने की अनुशंसा की है। साथ ही सहायक प्राध्यापक डाक्टर सोनल अग्रवाल को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब तलब करने के लिए कहा है। लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीन की भूमिका को लेकर भी विचार किया जाएगा।