Vastu tips keep these things at the entrance for positive energy happiness and peace will reside in the house: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ घर की सुख-शांति के लिए वास्तु का विचार काफी अहम माना जाता है। वास्तु शास्त्र में घर की साजो-सज्जा से जुड़े कई ऐसे नियम बताये गये हैं, जिससे घर की नकारात्मकता दूर होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। वास्तु के नियमों का ध्यान रखने से मामूली बदलावों से भी बहुत सी परेशानियों का अंत होता है और घर का माहौल बदल जाता है। घर में हमेशा सुख-शांति रहे, इसके लिए जरुरी है कि प्रवेश-द्वार से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो और लक्ष्मी का आगमन होता रहे। तो चलिए आपको बताएं घर के मुख्य प्रवेश द्वार से जुड़े वास्तु के कुछ अहम नियम –
साफ-सफाई
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के मुख्य द्वार से सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। इसलिए मुख्य द्वार के आसपास हमेशा साफ-सफाई रहनी चाहिए। मुख्य दरवाजे के पास गंदगी या जूते-चप्पल इधर-उधर फैले हुए हों, तो नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है और परिवार के सदस्यों में लड़ाई-झगड़े बढ़ जाते हैं।
मां लक्ष्मी का आगमन
घर के मुख्य द्वार से ही मां लक्ष्मी का आगमन होता है। मां लक्ष्मी को भी साफ-सफाई ज्यादा पसंद है। साथ ही जिन घरों के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक, ऊँ. श्री गणेश या शुभ-लाभ जैसे शुभ निशान बने हुए होते है वहां हमेशा सकारात्मक ऊर्जा और मां लक्ष्मी का वास होता है। इसे प्रतीकों से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
तुलसी का पौधा
वास्तु शास्त्र में तुलसी के पौधे को बहुत ही पवित्र और सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ पौधा माना गया है। जिन घरों के मुख्य द्वार पर तुलसी का पौधा होता है वहां पर सदैव सकारात्मक ऊर्जा रहती है। साथ ही इसकी नियमित पूजा से घर का माहौल स्वस्थ और सद्भावपूर्ण रहता है।
अशोक के पत्ते
वास्तु में अशोक के पौधे भी बहुत शुभ माने जाते हैं। घर के बाहर अशोक के पौधे लगाने से दुर्घटना या बीमारियों की संभावना कम हो जाती है। अगर पौधा लगाना संभव ना हो तो दरवाजे पर अशोक या आम के पत्ते से बने बंदनवार लगाना चाहिए। इससे घर में शुभता का वास होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।